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महाराष्ट्र: विधानसभा का सत्र आज से, उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा- सरकार देगी सभी मुद्दों का जवाब

सार

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि सत्र के दौरान 26 विधेयक पेश किए जाएंगे। यह शीतकालीन सत्र 22-28 दिसंबर तक चलेगा।

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महाराष्ट्र में आज से शीतकालीन सत्र शुरू होगा। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि सरकार ओबीसी आरक्षण और एमएसआरटीसी की चल रही हड़ताल सहित सभी मुद्दों का जवाब देगी। उद्धव सरकार पहले से ही तमाम मुद्दों को लेकर घिरी हुई है, इसलिए विधानसभा सत्र में खूब हंगामा रहने वाला है।

विपक्ष ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है, क्योंकि राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा आयोजित पारंपरिक चाय पार्टी में प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा समेत किसी ने भी भाग नहीं लिया। हालांकि इस चाय पार्टी में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल नहीं सके क्योंकि उनकी पिछले महीने रीढ़ की सर्जरी हुई थी।

वहीं उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि सत्र के दौरान 26 विधेयक पेश किए जाएंगे, जिनमें केंद्र के तीन कृषि कानूनों के प्रभाव को खत्म करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पहले पेश किए गए विधेयकों को निरस्त करना भी शामिल है। 

बता दें कि केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को देखते हुए पीछे हट गई थी, स्वयं पीएम मोदी ने सामने आकर पिछले महीने तीन कृषि कानूनों को वापस करने की घोषणा की थी। आर्थिक राजधानी मुंबई में 22-28 दिसंबर तक शीतकालीन सत्र होने वाला है।

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि इस बार का शीतकालीन सत्र मुंबई में आयोजित होगा क्योंकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के कारण ज्यादा हवाई यात्रा नहीं कर सकते। आमतौर पर शीतकालीन सत्र महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में आयोजित किया जाता है। हालांकि उन्होंने कहा, शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार नागपुर में विधानसभा का अगला सत्र आयोजित करने के बारे में सकारात्मक सोच रही है। 

विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा भाजपा ओबीसी के लिए राजनीतिक आरक्षण और विभिन्न विभागों के लिए भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के मुद्दे को सत्र में उठाएगी।  साथ ही आपदा प्रभावितों के लिए फसल बीमा में वितरण में गड़बड़ का मुद्दा भी उठाएगी। 

विस्तार

महाराष्ट्र में आज से शीतकालीन सत्र शुरू होगा। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि सरकार ओबीसी आरक्षण और एमएसआरटीसी की चल रही हड़ताल सहित सभी मुद्दों का जवाब देगी। उद्धव सरकार पहले से ही तमाम मुद्दों को लेकर घिरी हुई है, इसलिए विधानसभा सत्र में खूब हंगामा रहने वाला है।

विपक्ष ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है, क्योंकि राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा आयोजित पारंपरिक चाय पार्टी में प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा समेत किसी ने भी भाग नहीं लिया। हालांकि इस चाय पार्टी में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल नहीं सके क्योंकि उनकी पिछले महीने रीढ़ की सर्जरी हुई थी।

वहीं उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि सत्र के दौरान 26 विधेयक पेश किए जाएंगे, जिनमें केंद्र के तीन कृषि कानूनों के प्रभाव को खत्म करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पहले पेश किए गए विधेयकों को निरस्त करना भी शामिल है। 

बता दें कि केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को देखते हुए पीछे हट गई थी, स्वयं पीएम मोदी ने सामने आकर पिछले महीने तीन कृषि कानूनों को वापस करने की घोषणा की थी। आर्थिक राजधानी मुंबई में 22-28 दिसंबर तक शीतकालीन सत्र होने वाला है।

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि इस बार का शीतकालीन सत्र मुंबई में आयोजित होगा क्योंकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के कारण ज्यादा हवाई यात्रा नहीं कर सकते। आमतौर पर शीतकालीन सत्र महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में आयोजित किया जाता है। हालांकि उन्होंने कहा, शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार नागपुर में विधानसभा का अगला सत्र आयोजित करने के बारे में सकारात्मक सोच रही है। 

विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा भाजपा ओबीसी के लिए राजनीतिक आरक्षण और विभिन्न विभागों के लिए भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के मुद्दे को सत्र में उठाएगी।  साथ ही आपदा प्रभावितों के लिए फसल बीमा में वितरण में गड़बड़ का मुद्दा भी उठाएगी। 

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