वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, जकार्ता
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Wed, 29 Dec 2021 06:16 PM IST
सार
इस्लाम को लेकर भारत को पाठ पढ़ाने वाले इंडोनेशिया ने अब खुद एक डूबती नाव पर सवार रोहिंग्या मुसलमानों की मदद करने से इनकार कर दिया है।
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : पिक्साबे
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विस्तार
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी के अनुसार नाव कथित तौर पर लीक कर रही है और इसका एक इंजिन भी क्षतिग्रस्त है। इसके खराब मौसम परिस्थितियों में भी फंसने की आशंका है।
एजेंसी का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआरसी) इस नाव पर सवार लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। हम इंडोनेशियाई सरकार से अनुरोध करते हैं कि इन लोगों को सुरक्षित रूप से उतरने की तत्काल अनुमति दे।
रविवार को देखी गई थी नाव, स्थानीय मछुआरों ने पहुंचाई राहत सामग्री
स्थानीय आदिवासी मछुआरों के समुदाय के नेता बदरुद्दीन यूनुस के अनुसार इस नाव को सबसे पहले स्थानीय मछुआरों ने रविवार को बिरुएन के तट से करीब 60 मील दूर पानी में देखा था। उन्होंने कहा कि मछुआरों ने नाव को किनारे पर लाने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रहे। हालांकि, हमने खाने की सामग्री, पानी और कपड़े उन तक पहुंचाए हैं।
यूनुस के अनुसार नाव पर सवार लोग कमजोर हालत में हैं लेकिन ठीक हैं। उन लोगों का कहना है कि वह मलयेशिया जाना चाहते थे और नाव का इंजन खराब होने से पहले 28 दिन से समुद्र में थे।
60 महिलाएं और 51 बच्चे भी हैं इस नाव पर सवार, डूबने की है आशंका
जानकारी के अनुसार इस नाव पर 60 महिलाएं, 51 बच्चे और नौ पुरुष सवार हैं। बता दें कि पिछले साल म्यांमार में उत्पीड़न से बचने के लिए वहां से भागे सैकड़ों रोहिंग्या इंडोनेशिया पहुंचे थे। अब इस्लाम पर भारत को नसीहत देने वाले इंडोनेशिया ने ही मुसलमानों की मदद करने से इनकार कर दिया है।
बिरुएन के जिला प्रमुख मुजक्कर गनी के अुसार स्थानीय अधिकारियों ने रोहिंग्याओं को भोजन, दवाएं, नाव का एक नया इंजिन और नाव की मरम्मत के लिए एक टेक्नीशियन मुहैया करवाया है। एक बार ठीक हो जाने के बाद हम नाव को अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में धकेल देंगे।