न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बेंगलुरु
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Fri, 18 Feb 2022 09:47 AM IST
सार
कर्नाटक विधानसभा में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा की लाल किले पर भगवा झंडा फहराने वाली टिप्पणी को लेकर हंगामा हुआ। उनके बयान पर विपक्षी नेता, ईश्वरप्पा के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के साथ कैबिनेट से बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
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विस्तार
दरअसल, यह घटनाक्रम ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा की लाल किले पर भगवा झंडा फहराने वाली टिप्पणी को लेकर हुआ। उनकी इस टिप्पणी को देश विरोधी बताते हुए कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में हंगामा शुरू कर दिया।
सुबह से शुरू हुआ हंगामा
कैबिनेट मंत्री की विवादित टिप्पणी के बाद कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के नेतृत्व में हंगामा शुरू हुआ। इनकी मांग थी कि ईश्वरप्पा के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए और उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त किया जाए। इसके बाद यह हंगामा बढ़ता ही गया। इस बीच सीएम बसवराज बोम्मई और विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े ने विपक्ष से सदन की कार्रवाई सुचारू रूप से चलाने में सहयोग की अपील भी की, लेकिन हंगामा बढ़ता ही गया, जिसके बाद सदन को स्थगित कर दिया गया।
तकिया और कंबल लेकर पहुंचे विधायक
विधानसभा स्थगित होने के बाद विपक्ष के नेता तकिया और कंबल लेकर विधानसभा पहुंच गए और विरोध जताते हुए रात भी वहीं बिताई। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सभी नेताओं के खाने का बंदोबस्त किया।
सीएम ने किया बचाव
विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कैबिनेट मंत्री ईश्वरप्पा का बचाव किया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, विपक्ष ने उनके बयान की गलत व्याख्या की है। विपक्ष लोगों के बीच नकारात्मक धारणा बनाने की कोशिश रहा है। बोम्मई ने कहा कि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि विधानसभा में रातभर प्रदर्शन चला हो, इससे पहले भी किसानों व राज्य हितों को लेकर प्रदर्शन हुए हैं।