न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोहिमा
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Mon, 06 Dec 2021 11:13 AM IST
सार
Nagaland Firing: शनिवार को जो घटना हुई, उसे लेकर सेना से लेकर असम राइफल्स की तरफ से भी बयान जारी हो चुके हैं, लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर शनिवार शाम का वो पूरा घटनाक्रम था क्या…
नगालैंड में शनिवार शाम से भड़का था तनाव।
– फोटो : PTI
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विस्तार
नगालैंड के मोन जिले में शनिवार रात को सुरक्षाबलों की ओर से फायरिंग में 11 ग्रामीणों और दो आम नागरिकों की मौत की बात सामने आई है। इस घटना के बाद से ही मोन में तनाव फैला हुआ है। नगालैंड पुलिस का कहना है कि जवानों ने धोखे में आम लोगों को उग्रवादी संगठन का समझ लिया और फायरिंग कर दी। इस घटना के बाद अधिकारियों ने पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाने के साथ ही टेलिकॉम-इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगाने का एलान किया।
शनिवार को जो घटना हुई, उसे लेकर सेना से लेकर असम राइफल्स की तरफ से भी बयान जारी हो चुके हैं, लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर शनिवार शाम का वो पूरा घटनाक्रम था क्या, जिसके बाद नगालैंड की राजधानी कोहिमा से 350 किमी दूर मोन में तनाव की स्थिति पैदा हो गई और सीएम नेफियू रियो से लेकर सेना को भी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के गठन का आदेश जारी करना पड़ गया।
क्या था मोन का पूरा घटनाक्रम?
शनिवार
शाम 6.30 बजे: सुरक्षाबलों ने कथित तौर पर मोन जिले के ओतिंग गांव में कोयला खदानों में काम करने वालों की वैन पर हमला किया। इसमें सात लोगों की मौत हो गई।
शाम 7.30 बजे: कई गांववाले मशालें लेकर घटनास्थल पर पहुंच गए। इस दौरान गुस्साई भीड़ ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इसमें एक जवान की मौत हो गई। बचावी फायरिंग में छह ग्रामीण भी मारे गए।
रात 10 बजे: पूरे गांव में नगालैंड पुलिस लगा दी गई। सुरक्षाबल के जवानों को दूसरी जगह ले जाया गया।
रविवार
सुबह 11 बजे: भीड़ ने मोन में कोन्याक यूनियन ऑफिस में तोड़फोड़ की।
दोपहर 2 बजे: भीड़ ने मोन जिले में स्थित असम राइफल्स के कैंप पर हमला कर दिया। सुरक्षाबलों के दो वाहनों में आग लगा दी। जवानों की फायरिंग में एक और व्यक्ति की मौत।
शाम 4 बजे: कर्फ्यू और प्रतिबंधों से जुड़े आदेश जारी। इंटरनेट सेवाएं अनिश्चितकाल के लिए स्थगित।
शाम 6 बजे: अज्ञात सैन्यकर्मियों और कुछ स्थानीय निवासियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज।
