वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, काबुल
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sat, 01 Jan 2022 12:00 PM IST
सार
तालिबान ने दुकानों से पुतलों को पूरी तरह हटाने का आदेश दिया था, लेकिन दुकानदारों की शिकायत के बाद पुतलों का सिर कलम करने का आदेश दिया गया।
अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद से तालिबान मनमाने कानून पारित कर रहा है और जबरन अफगानियों से उसका पालन करवा रहा है। अब तालिबानी सैनिक दुकान में लगे पुतलों का सिर कलम कर रहे हैं। इसके पीछे तालिबान का कहना है कि ये पुतले इस्लाम द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। पश्चिमी प्रांत हेरात में तालिबान ने दुकानदारों को आदेश दिया है कि वे अपनी दुकान में रखे पुतलों का सिर काटकर अलग कर दें, क्योंकि ये सब मूर्तियां हैं और इस्लाम में मूर्तियों की पूजा करना बड़ा गुनाह है।
हेरात में प्रोपेगेशन ऑफ वर्च्यू एंड प्रीवेंशन ऑफ वाइस के लिए बने मंत्रालय की ओर से यह फरमान इसी सप्ताह जारी किया गया था। शुरुआत में मंत्रालय ने दुकानों से पुतलों को पूरी तरह हटाने का आदेश दिया था, लेकिन दुकानदारों की शिकायत के बाद पुतलों का सिर कलम करने का आदेश दिया गया। दुकानदारों का कहना है कि एक पुतले की कीमत 70 से 100 डॉलर तक है। इन्हें हटाने या सिर काटने से उनको नुकसान झेलना पड़ेगा।
अधिकारों को कुचल रहा तालिबान
तालिबान ने सत्ता में आने के बाद कहा था कि वह महिला व हर किसी के अधिकारों के लिए काम करेगा, लेकिन सत्ता में आने के बाद से ही तालिबान ने लोगों के अधिकारों को कुचलना शुरू कर दिया। खासकर महिलाओं के अधिकारों को खत्म कर दिया गया, यहां तक कि उनकी पढ़ाई पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।
विस्तार
अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद से तालिबान मनमाने कानून पारित कर रहा है और जबरन अफगानियों से उसका पालन करवा रहा है। अब तालिबानी सैनिक दुकान में लगे पुतलों का सिर कलम कर रहे हैं। इसके पीछे तालिबान का कहना है कि ये पुतले इस्लाम द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। पश्चिमी प्रांत हेरात में तालिबान ने दुकानदारों को आदेश दिया है कि वे अपनी दुकान में रखे पुतलों का सिर काटकर अलग कर दें, क्योंकि ये सब मूर्तियां हैं और इस्लाम में मूर्तियों की पूजा करना बड़ा गुनाह है।
हेरात में प्रोपेगेशन ऑफ वर्च्यू एंड प्रीवेंशन ऑफ वाइस के लिए बने मंत्रालय की ओर से यह फरमान इसी सप्ताह जारी किया गया था। शुरुआत में मंत्रालय ने दुकानों से पुतलों को पूरी तरह हटाने का आदेश दिया था, लेकिन दुकानदारों की शिकायत के बाद पुतलों का सिर कलम करने का आदेश दिया गया। दुकानदारों का कहना है कि एक पुतले की कीमत 70 से 100 डॉलर तक है। इन्हें हटाने या सिर काटने से उनको नुकसान झेलना पड़ेगा।
अधिकारों को कुचल रहा तालिबान
तालिबान ने सत्ता में आने के बाद कहा था कि वह महिला व हर किसी के अधिकारों के लिए काम करेगा, लेकिन सत्ता में आने के बाद से ही तालिबान ने लोगों के अधिकारों को कुचलना शुरू कर दिया। खासकर महिलाओं के अधिकारों को खत्म कर दिया गया, यहां तक कि उनकी पढ़ाई पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।
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