न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Wed, 09 Feb 2022 08:22 AM IST
सार
कनाडा में टीकाकरण के विरोध में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय उच्चायोग ने अपने नागरिकों से सतर्क रहने के लिए कहा है।
ख़बर सुनें
विस्तार
सलाह के अनुसार कनाडा में रहने वाले या उत्तरी अमेरिकी देश की यात्रा करने की योजना बनाने वाले भारतीयों को क्या करना चाहिए?
1.उच्च स्तर की सावधानी बरतें और सतर्क रहें।
2. डाउनटाउन ओटावा जैसे क्षेत्रों से दूर रहें जहां कि प्रदर्शन हो रहे हैं।
3.स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
4. मौजूदा स्थिति की जानकारी के लिए स्थानीय मीडिया का अनुसरण करें।
- एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से भारत के उच्चायोग या टोरंटो या वैंकूवर में वाणिज्य दूतावासों के साथ पंजीकरण करने का भी आग्रह किया गया है ताकि आपात स्थिति में अधिकारी संकटग्रस्त लोगों के साथ अधिक कुशलता से जुड़ सकें।
कनाडा में ट्रक ड्राइवर्स का विरोध प्रदर्शन नियंत्रण से बाहर होता जा रहा है। हालात ये हो गए हैं कि कनाडा की राजधानी ओटावा में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। ओटावा शहर के मेयर जिम वॉटसन ने आपातकाल की घोषणा करते हुए कहा कि लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। ऐसे में सख्त कदम उठाने की जरूरत है, जिससे लोगों की मदद की जा सके।
10 दिन पहले राजधानी पहुंचे थे प्रदर्शनकारी
ट्रक ड्राइवर्स 29 जनवरी को पहली बार ओटावा शहर पहुंचे थे। इसके बाद से आज प्रदर्शन का दसवां दिन है और स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर अपने ट्रक खड़े कर दिए हैं। टेंट भी लगा दिए गए हैं।
मेयर ने की केंद्र से मदद की मांग
खराब होते हालातों को देखते हुए ओटावा के मेयर ने केंद्र सरकार व न्यायालय से मदद की मांग की है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए अब उन्हें मदद करनी ही होगी। हमारे पास उपलब्ध पुलिस बल से प्रदर्शनकारी कहीं अधिक हैं। ऐसे में केंद्र की मदद से हमें अपना शहर वापस लेना ही होगा। उधर, प्रदर्शनकारी विरोध में लगातार हॉर्न बजा रहे हैं, जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा की गई है।
वैक्सीन की अनिवार्यता को लेकर शुरू हुआ था प्रदर्शन
ट्रक ड्राइवर्स का यह विरोध प्रदर्शन कोरोना वैक्सीन की अनिवार्यता के विरोध में शुरू हुआ था। मांग है कि इस अनिवार्यता को खत्म किया जाए और लॉकडाउन भी न लगाया जाए। बीते दिनों ट्रक ड्राइवर्स ने प्रधानमंत्री ट्रूडो के आवास को भी घेर लिया था, इसके बाद वे किसी सीक्रेट लोकेशन पर चले गए थे। वह एक सप्ताह से वहीं से कामकाज देख रहे हैं। अभी तक ट्रक ड्राइवर्स ने ओटावा को खाली करने के संकेत नहीं दिए हैं। उनका कहना है कि जबतक उनकी मांगों को नहीं माना जाता है, वे पीछे नहीं हटेंगे।