स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Jeet Kumar
Updated Thu, 07 Oct 2021 06:29 AM IST
सार
टोक्यो ओलंपिक को खत्म हुए दो माह हो गए हैं। बावजूद इसके टॉप्स के तहत पदक के उम्मीदवारों का न तो चयन किया गया है और न ही खिलाड़ियों को प्रति माह दिया जाने वाले 50 हजार रुपये का जेब खर्च मिल रहा है।
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विस्तार
ओलंपिक के बाद से खिलाड़ियों की तैयारियों और टॉप्स के गठन के लिए जिम्मेदार मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) की एक भी बैठक नहीं हुई है। टोक्यो ओलंपिक तक टॉप्स में 220 और टॉप्स डेवलपमेंटल ग्रुप में 254 खिलाड़ी शामिल थे। डेवलपमेंटल ग्रुप में शामिल खिलाड़ियों को 25 हजार रुपये प्रति माह जेब खर्च दिया जाता है।
अगले साल होने से एशियाई व राष्ट्रमंडल खेल
अगले वर्ष 10 से 25 सितंबर तक हांगझाऊ (चीन) में होने वाले एशियाई खेलों में देश को काफी पदकों की उम्मीद है। इन खेलों की तैयारियों का खाका अब तक नहीं खींचा जा सका है। इन खेलों से पहले जुलाई में बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेल भी होने हैं। टॉप्स के तहत खिलाड़ियों का चयन नहीं होने से पदक के दावेदार अब तक इन खेलों की तैयारियों की रूपरेखा तैयार नहीं कर सके हैं।
खेल संघों के साथ मंत्रणा शुरू
अमूमन ओलंपिक के कुछ समय बाद ही टॉप्स का गठन कर लिया जाता है। लेकिन टॉप्स सीईओ राजेश राजगोपालन के त्यागपत्र के बाद उनकी जगह अब तक किसी का चयन नहीं हो सका है। हालांकि टॉप्स में नए खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए साई ने खेल संघों के साथ बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। डेवलपमेंटल ग्रुप के तहत खिलाड़ियों की मदद की जा रही है।