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काम की खबर: पहली बार ले रहे पर्सनल लोन तो पांच बातों का रखें ध्यान

काम की खबर: पहली बार ले रहे पर्सनल लोन तो पांच बातों का रखें ध्यान

सार

पर्सनल लोन की जरूरत घर के रेनोवेशन के लिए पड़ सकती है या फिर अचानक इलाज खर्च के लिए वित्तीय संकट के दौरान उस समय यह काफी बेहतर विकल्प बन जाता है।

सांकेतिक तस्वीर….
– फोटो : सोशल मीडिया

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बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों ने पर्सनल लोन की ब्याज दरों में बदलाव किया है । पर्सनल लोन लेना आसान होता है क्योंकि इसमें गोल्ड और होम लोन की तरह कोई कोलैटेरल या सिक्योरिटी नहीं जमा करना पड़ती है। इसके अलावा अन्य लोन की तुलना में पर्सनल लोन का इस्तेमाल किसी भी उद्देश्य के लिए किया जा सकता है। 

पर्सनल लोन की जरूरत घर के रेनोवेशन के लिए पड़ सकती है या फिर अचानक इलाज खर्च के लिए वित्तीय संकट के दौरान उस समय यह काफी बेहतर विकल्प बन जाता है, जब आपके पास न तो कोलेटेरल और न ही गिरवी रखने के लिए कोई वस्तु ऐसे में अगर आप पहली बार पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं तो इन पांच बातों का ध्यान जरूर रखें।

उतना ही कर्ज लें, जितना चुका पाएं 
उधार चुकाने की क्षमता के आधार पर बैंक प्री-अप्रूव्ड लोन भी देते हैं। इसमें कम दस्तावेज की जरूरत पड़ती है, इसलिए यह आकर्षक दिखता है। हालांकि, केवल इसी आधार पर ज्यादा पर्सनल लोन न लें उतना ही कर्ज लें, जिसका भुगतान आसानी से कर सकें। लोन राशि का फैसला करते समय ईएमआई पर विचार कर लें ताकि यह वित्तीय लक्ष्यों में बाधा न बने। 

भुगतान अवधि का रखें ध्यान 
भुगतान अवधि का भी ध्यान रखें। अगर आप कर्ज भुगतान की अवधि लंबी रखते हैं तो इस स्थिति में ईएमआई भले ही कम होगी, लेकिन ब्याज ज्यादा होगा अगर भुगतान अवधि कम रखते हैं तो ईएमआई ज्यादा होगी, लेकिन ब्याज कम होगा। 

न्यूनतम ब्याज दर चुनें 
अन्य लोन के मुकाबले पर्सनल लोन की दर ज्यादा होती है क्योंकि इस पर जोखिम ज्यादा रहता है। इसकी दर 9 फीसदी से 24 फीसदी है। ब्याज दर जितनी ज्यादा होगी, तनी ही अधिक ईएमआई चुकानी होगा। इसलिए वहीं से पर्सनल लोन लें, जिसकी ब्याज दर सबसे कम हो।

इन शर्तों को भी जानें 
आमतौर पर 21 से 65 साल के लोग पर्सनल लोन ले सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम मासिक आय (नेट) 15,000 से 30,000 रुपये के बीच होनी चाहिए। उधारकर्ता का न्यूनतम काम का अनुभव मौजूदा नौकरी में एक साल या कुल मिलाकर दो साल होना चाहिए।  आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होने पर सस्ता व आसानी से कर्ज मिल जाएगा।  नौकरीपेशा और स्व रोजगार करने वाले लोगों के लिए अलग होती है ब्याज दर।

समय पर भुगतान करें वर्ना भविष्य में होगी दिक्कत 
किसी भी प्रकार के लोन और खासतौर पर पर्सनल लोन का भुगतान समय पर करें। ऐसा नहीं करने पर न सिर्फ आपका क्रेडिट स्कोर खराब होगा बल्कि भविष्य में कर्ज लेने की क्षमता प्रभावित होगी लोन जरूरतों को अपनी भुगतान क्षमता से कम रखें। ईएमआई देते समय वित्तीय बोझ नहीं बढ़ेगा। आदिल शेट्टी, सीईओ, बैंकबाजार 

विस्तार

बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों ने पर्सनल लोन की ब्याज दरों में बदलाव किया है । पर्सनल लोन लेना आसान होता है क्योंकि इसमें गोल्ड और होम लोन की तरह कोई कोलैटेरल या सिक्योरिटी नहीं जमा करना पड़ती है। इसके अलावा अन्य लोन की तुलना में पर्सनल लोन का इस्तेमाल किसी भी उद्देश्य के लिए किया जा सकता है। 

पर्सनल लोन की जरूरत घर के रेनोवेशन के लिए पड़ सकती है या फिर अचानक इलाज खर्च के लिए वित्तीय संकट के दौरान उस समय यह काफी बेहतर विकल्प बन जाता है, जब आपके पास न तो कोलेटेरल और न ही गिरवी रखने के लिए कोई वस्तु ऐसे में अगर आप पहली बार पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं तो इन पांच बातों का ध्यान जरूर रखें।

उतना ही कर्ज लें, जितना चुका पाएं 

उधार चुकाने की क्षमता के आधार पर बैंक प्री-अप्रूव्ड लोन भी देते हैं। इसमें कम दस्तावेज की जरूरत पड़ती है, इसलिए यह आकर्षक दिखता है। हालांकि, केवल इसी आधार पर ज्यादा पर्सनल लोन न लें उतना ही कर्ज लें, जिसका भुगतान आसानी से कर सकें। लोन राशि का फैसला करते समय ईएमआई पर विचार कर लें ताकि यह वित्तीय लक्ष्यों में बाधा न बने। 

भुगतान अवधि का रखें ध्यान 

भुगतान अवधि का भी ध्यान रखें। अगर आप कर्ज भुगतान की अवधि लंबी रखते हैं तो इस स्थिति में ईएमआई भले ही कम होगी, लेकिन ब्याज ज्यादा होगा अगर भुगतान अवधि कम रखते हैं तो ईएमआई ज्यादा होगी, लेकिन ब्याज कम होगा। 

न्यूनतम ब्याज दर चुनें 

अन्य लोन के मुकाबले पर्सनल लोन की दर ज्यादा होती है क्योंकि इस पर जोखिम ज्यादा रहता है। इसकी दर 9 फीसदी से 24 फीसदी है। ब्याज दर जितनी ज्यादा होगी, तनी ही अधिक ईएमआई चुकानी होगा। इसलिए वहीं से पर्सनल लोन लें, जिसकी ब्याज दर सबसे कम हो।

इन शर्तों को भी जानें 

आमतौर पर 21 से 65 साल के लोग पर्सनल लोन ले सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम मासिक आय (नेट) 15,000 से 30,000 रुपये के बीच होनी चाहिए। उधारकर्ता का न्यूनतम काम का अनुभव मौजूदा नौकरी में एक साल या कुल मिलाकर दो साल होना चाहिए।  आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होने पर सस्ता व आसानी से कर्ज मिल जाएगा।  नौकरीपेशा और स्व रोजगार करने वाले लोगों के लिए अलग होती है ब्याज दर।

समय पर भुगतान करें वर्ना भविष्य में होगी दिक्कत 

किसी भी प्रकार के लोन और खासतौर पर पर्सनल लोन का भुगतान समय पर करें। ऐसा नहीं करने पर न सिर्फ आपका क्रेडिट स्कोर खराब होगा बल्कि भविष्य में कर्ज लेने की क्षमता प्रभावित होगी लोन जरूरतों को अपनी भुगतान क्षमता से कम रखें। ईएमआई देते समय वित्तीय बोझ नहीं बढ़ेगा। आदिल शेट्टी, सीईओ, बैंकबाजार 

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