सार
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कर्नाटक के बेलगावी जिले में पांच राष्ट्रीय राजमार्गों की आधार शिला रखी। इस मौके पर गडकरी ने कहा कि उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका की तर्ज पर भारत में परिवहन के परिद्रश्य को बदलने का लक्ष्य तय किया है।
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विस्तार
नितिन गडकरी ने सोमवार को कर्नाटक में जिन पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधार शिला रखी है उसमें, बेलगावी-संकेश्वर बाईपास, महाराष्ट्र सीमा तक संकेश्वर बाईपास, चोरला-जंबोकी-बेलगावी, विजयपुरा-मुरागुंडी (एनएच 548 बी) और सिद्धपुरा-विजयपुरा (एनएच 561 ए) शामिल है। इन पांच राष्ट्रीय राजमार्गों को 3972 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।
इस मौके पर नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने सड़क नेटवर्क को विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सभी प्रकार की विकास की गतिविधियां सड़क संपर्क पर ही निर्भर करती हैं, इसलिए केंद्र सरकार भारत में सड़क मार्ग को मजबूत बनाने पर जोर दे रही है। इस दौरान उन्होंने 2024 तक भारत में अमेरिका के बराबर सड़कों का जाल बिछाने का दावा भी किया।
3972 करोड़ की लागत वाले 238 किलोमीटर लंबे पांच राजमार्गों की आधारशिला रखते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि इन राजमार्गों अंतरराज्यीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। गडकरी ने अपने संबोधन के दौरान देश में कई स्थानों पर एक्सप्रेस कॉरिडोर बनाए जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि इन एक्सप्रेस कॉरिडोर से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और ईंधन की खपत भी कम होगी। इस दौरान केंद्रीय परिवहन मंत्री ने देश में प्रदूषण कम करने के लिए हरित वाहनों को प्रोत्साहन दिए जाने की बात भी कही।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत माला-2 परियोजना के तहत कर्नाटक के कई क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा। गडकरी ने मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से नई परियोजनाओं को शुरू करने के लिए भूमि अधिग्रहण में तेजी लाने को कहा। उन्होंने कहा कि नई सड़क परियोजनाओं को निर्धारित समय में पूरा किया जाएगा बशर्ते राज्य सरकार जमीन उपलब्ध कराए।
मंत्री ने सभा को यह भी बताया कि बेंगलुरु और चेन्नई के बीच एक्सप्रेस हाईवे विकसित किए जाएंगे, जो सिर्फ दो घंटे में दूरी को कवर करने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि इसी तरह गुजरात के सूरत को चेन्नई से जोड़ने की परियोजना पर लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना की जा रही है।
गडकरी ने कहा कि जलशक्ति कार्यक्रम के तहत राजमार्ग के किनारे जल संरक्षण भी परियोजना का हिस्सा है। इस अवसर पर बोलते हुए, बोम्मई ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ बहने वाले पानी से बिजली उत्पादन भी किया जाएगा।