एजेंसी, यरूशलम।
Published by: योगेश साहू
Updated Wed, 23 Feb 2022 06:49 AM IST
सार
पेगासस एक स्पाईवेयर है, जो मोबाइल फोन में घुसपैठ कर पूरा नियंत्रण कर लेता है। इससे सऊदी अरब, पोलैंड, मैक्सिका, संयुक्त अरब अमीरात और भारत जैसे कई देशों में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और राजनेताओं की जासूसी के आरोप लग चुके हैं।
इस्राइली जांचकर्ताओं को पुलिस की तरह से स्पाईवेयर पेगासस के दुरुपयोग के सबूत नहीं मिले हैं। इस्राइल के अटॉर्नी जनरल ने कैल्कलिस्ट बिजनेस डेली अखबार की रिपोर्ट के मद्देनजर जांच का आदेश दिया था। अखबार ने दावा कियाा था कि पुलिस ने कई राजनेता, प्रदर्शनकारी और पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे का मोबाइल फोन हैक कर जासूसी की थी।
अखबार का दावा था कि पुलिस ने किसी भी अदालत की इजाजत के बिना पेगासस का इस्तेमाल किया, जो इस्राइली कंपनी एनएसओ ने विकसित किया है। सोमवार को न्याय मंत्रालय ने बताया कि देश के डिप्टी अटॉर्नी जनरल के नेतृत्व में जांच में ऐसा कोई संकेत नहीं है कि पुलिस ने अखबार में प्रकाशित सूची में शामिल लोगों के खिलाफ अदालत के आदेश के बिना पेगासस का इस्तेमाल किया हो।
मंत्रालय ने बताया कि एनएसओ और सरकारी सुरक्षा विशेषज्ञों ने जांच में सहायता की। जांच में पाया कि पुलिस को सूची में शामिल तीन लोगों की जासूसी करने का अधिकार मिला था, हालांकि, केवल एक के खिलाफ ही इसका इस्तेमाल किया गया। जांचकर्ताओं ने अन्य स्पाइवेयर के उपयोग की भी जांच की।
अमेरिका ने कंपनी को किया ब्लैक लिस्ट
पेगासस एक स्पाईवेयर है, जो मोबाइल फोन में घुसपैठ कर पूरा नियंत्रण कर लेता है। इससे सऊदी अरब, पोलैंड, मैक्सिका, संयुक्त अरब अमीरात और भारत जैसे कई देशों में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और राजनेताओं की जासूसी के आरोप लग चुके हैं। बीते वर्श नवंबर में अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने कंपनी को यह कहते हुए ब्लैक लिस्ट कर दिया कि इसके उत्पाद का अंतरराष्ट्रीय दमन करने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
विस्तार
इस्राइली जांचकर्ताओं को पुलिस की तरह से स्पाईवेयर पेगासस के दुरुपयोग के सबूत नहीं मिले हैं। इस्राइल के अटॉर्नी जनरल ने कैल्कलिस्ट बिजनेस डेली अखबार की रिपोर्ट के मद्देनजर जांच का आदेश दिया था। अखबार ने दावा कियाा था कि पुलिस ने कई राजनेता, प्रदर्शनकारी और पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे का मोबाइल फोन हैक कर जासूसी की थी।
अखबार का दावा था कि पुलिस ने किसी भी अदालत की इजाजत के बिना पेगासस का इस्तेमाल किया, जो इस्राइली कंपनी एनएसओ ने विकसित किया है। सोमवार को न्याय मंत्रालय ने बताया कि देश के डिप्टी अटॉर्नी जनरल के नेतृत्व में जांच में ऐसा कोई संकेत नहीं है कि पुलिस ने अखबार में प्रकाशित सूची में शामिल लोगों के खिलाफ अदालत के आदेश के बिना पेगासस का इस्तेमाल किया हो।
मंत्रालय ने बताया कि एनएसओ और सरकारी सुरक्षा विशेषज्ञों ने जांच में सहायता की। जांच में पाया कि पुलिस को सूची में शामिल तीन लोगों की जासूसी करने का अधिकार मिला था, हालांकि, केवल एक के खिलाफ ही इसका इस्तेमाल किया गया। जांचकर्ताओं ने अन्य स्पाइवेयर के उपयोग की भी जांच की।
अमेरिका ने कंपनी को किया ब्लैक लिस्ट
पेगासस एक स्पाईवेयर है, जो मोबाइल फोन में घुसपैठ कर पूरा नियंत्रण कर लेता है। इससे सऊदी अरब, पोलैंड, मैक्सिका, संयुक्त अरब अमीरात और भारत जैसे कई देशों में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और राजनेताओं की जासूसी के आरोप लग चुके हैं। बीते वर्श नवंबर में अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने कंपनी को यह कहते हुए ब्लैक लिस्ट कर दिया कि इसके उत्पाद का अंतरराष्ट्रीय दमन करने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
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