वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्लामाबाद
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Fri, 01 Apr 2022 05:41 PM IST
सार
69 वर्षीय इमरान खान दावा करते रहे हैं कि उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के खिलाफ एक विदेशी साजिश का परिणाम है और उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए विदेश से पैसा आ रहा है।
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विस्तार
इस्लामाबाद सुरक्षा डायलॉग को संबोधित करते हुए इमरान नो जोर दिया कि एक स्वतंत्र विदेश नीति देश के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अन्य शक्तिशाली देशों पर निर्भरता के लिए ‘डिपेंडेंसी सिंड्रोम’ की वजह से अपनी पूरी क्षमताओं को नहीं छू पा रहा है।
‘देश के हितों की रक्षा के लिए स्वतंत्र विदेश नीति जरूरी’
उन्होंने कहा कि बिना स्वतंत्र विदेश नीति के एक देश अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा, विदेशी मदद के बदले में अन्य देशों की इच्छाओं का गुलाम बन जाने के मुकाबले अपने देश के हितों को सबसे ऊपर रखते हुए स्वतंत्र फैसले लिए जाना बहुत जरूरी है।
इसके साथ ही अमेरिका का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि एक ताकतवर देश ने ने मेरी हालिया रूस यात्रा को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वो मेरी रूस यात्रा से नाराज है लेकिन वह भारत का सहयोग कर रहा है जो रूस से तेल आयात करता है।
24 फरवरी को पुतिन से मिलने मॉस्को गए थे इमरान खान
बता दें कि इमरान खान 24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने मॉस्को गए थे। इसी दिन पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ हमले की शुरुआत की थी, जिसे वह एक विशेष सैन्य अभियान कहते हैं। रूस का यूक्रेन पर यह हमला अभी भी जारी है और संकट की स्थिति बनी हुई है।
इससे पहले बुधवार को ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के कार्यवाहक दूत को समन किया था। उन्गें एक धमकी भरे पत्र और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के खिलाफ विदेश से वित्तपोषित एक कथित साजिश को लेकर पेश होने के लिए कहा गया था।