अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली।
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 30 Oct 2021 02:45 AM IST
सार
क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार विशेष टर्मिनल, ई-वीजा जैसी सुविधाएं तो आयोजित करेगी ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए बायोमेट्रिक पहचान की जरूरत भी खत्म कर सकती है।
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विस्तार
सरकार का मानना है कि महज 650-700 करोड़ रुपए के निवेश से देश में 35000 करोड़ रुपए तक की विदेशी मुद्रा कमाई जा सकेगी।
फिलहाल सरकार ने मडगांव, चेन्नई, विशाखापत्तनम, मैंगलोर, मुंबई और कोचीन बंदरगाहों का चयन क्रूज़ पर्यटन के लिए किया है। हालांकि इन सभी जगह अच्छे आधुनिक बंदरगाह मौजूद है लेकिन सरकार की योजना मैंगलोर के अलावा अन्य सभी जगह पर नए बंदरगाह टर्मिनल बनाने की है।
700 करोड़ का होगा निवेश
इनमें मुंबई में 353 करोड रुपए की लागत से नया टर्मिनल बनेगा तो मडगांव में 183 करोड रुपए की लागत से। विशाखापत्तनम में नया टर्मिनल बनाने की लागत लगभग 85 करोड़ रुपए आएगी तो चेन्नई और कोचीन में नए टर्मिनल की लागत महज 20 से 30 करोड़ रुपए ही पड़ेगी।
यहां से भी होगी आय
पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार एक क्रूज पर 3000 से 4000 पर्यटक और 1500 तक कर्मचारी होते हैं। साथ ही इन पर्यटकों से होटल, टैक्सी और हवाई टिकटों के जरिए भी आमदनी होगी।
यहां घूम सकेंगे क्रूज में
महाराष्ट्र में मुरुड जंजीरा, तारकरली और गणपतीपुले तक क्रूज़ के जरिए घूमा जा सकेगा तो केरल में त्रिवेंद्रम विजिनजम और कालीकट तक। गुजरात में दीव, पोरबंदर और द्वारिका इन क्रूज जहाजों के ठहराव स्थल होंगे तो लक्षद्वीप और कदमत द्वीप समूह भी क्रूज के जरिए जाया जा सकेगा। इनके साथ ही भारत से मध्य पूर्व देशों, श्रीलंका, मलेशिया थाईलैंड, सिंगापुर, मालदीव और इंडोनेशिया जैसी जगहों पर भी पर्यटक क्रूज से जा सकेंगे।