बॉलीवुड के लेजेंड एक्टर अशोक कुमार को भला कौन भूल सकता है। वह भले ही एक सदाबहार अभिनेता रहे हों लेकिन वे बॉलीवुड के पहले एक्टर थे जिन्हें हीरो बनने का मौका मिला था। यहां तक की लोग उन्हें दादा मुनि के नाम से बुलाते थे। उनका ये नाम ही उनका सिग्नेचर था। लेकिन बचपन में अशोक का नाम कुमुद लाल गांगुली था। बाद में उन्होंने अपना नाम बदल कर अशोक कुमार रख लिया था। लेकिन उस दौर में एक्टर बनना आसान नहीं था क्योंकि उन दिनों एक्टिंग को गंदा पेशा माना जाता था। अशोक कुमार का कहना था, ‘उन दिनों कॉल गर्ल हीरोइनें बनती थीं और दलाल हीरो बनते थे।’ यहां तक की जब अशोक कुमार के घर में ये पता चला कि वह एक्टर बन गए हैं, ये सुनते ही उनके घर में कोहराम मच गया। यहां तक कि उनकी शादी भी टूट गई। आज (10 दिसंबर 2001) अशोक कुमार को दुनिया को अलविदा कहे बीस साल हो गए। इस मौके पर जानिए उनसे जुड़ी 10 खास बातें।
2.वह बॉलीवुड के पहले ऐसे एक्टर थे, जिन्हें हीरो बनने का मौका मिला। उनकी पहली फिल्म ‘जीवन नैया’ (1936) में एक्टिंग के साथ खुद ही गाना भी गाया था।
4. जब अशोक हीरो बने तो उनके घर खंडवा में कोहराम मच गया। उनकी तय शादी तक टूट गई। मां का रो रोकर बुरा हाल हो गया था। पिता तुरंत ही नागपुर अपने कॉलेज के दोस्त रविशंकर शुक्ल से मिलने गए जो उस वक्त मुख्य मंत्री थे और उनसे बेटे को कोई नौकरी देने की बात कही। शुक्ल ने उन्हें दो नौकरियों के ऑफर लेटर दिए। वह लेटर लेकर बिमांशु राय के पास गए । लेकिन राय ने वह लेटर फाड़ दिया।
6. अशोक कुमार की शादी शोभा देवी से हुई। जब वह उन्हें देखने गए तो 18 साल के थे और शोभा सिर्फ 8 साल की थीं। रिश्ता तय हो गया। उन्होंने शादी तब कि जब शोभा 15 साल की थीं और अशोक 25 के। दोनों ने सारी उम्र साथ ही बिताई।
8. अशोक कुमार ने अपनी पत्नी से बेवफाई भी कि थी। इस बात का खुलासा खुद उन्होंने एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने कहा, ‘शादी के 13 साल तक में वफादार रहा। लेकिन मैंने शराब पीनी शुरू की। लड़कियों से मिलने लगा और अफेयर किए। यहां तक कि मेरा हीरोइन नलिनी जयवंत के साथ भी ढाई साल तक अफेयर रहा। हर तरफ इसकी बातें हो रही थी लेकिन मेरी पत्नी ने कभी इन बातों पर यकीन नहीं किया।’
