एजेंसी, वाशिंगटन।
Published by: योगेश साहू
Updated Tue, 02 Nov 2021 07:06 AM IST
सार
यह नया लेजर हथियार अमेरिकी सेना के उस प्रॉजेक्ट का हिस्सा है जिसके जरिए आकाश से आने वाले खतरों से निपटने के लिए रक्षात्मक लेजर हथियार बनाया जाना है। पिछले साल अमेरिकी सेना ने एक 10 किलोवाट के लेजर को मात देने वाले मोर्टार गोले का प्रदर्शन किया था।
लेजर हथियार (प्रतीकात्मक तस्वीर)
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विस्तार
जनरल अटामिक्स के अध्यक्ष स्कॉट फोर्ने ने कहा, ‘बेहद ताकतवर, छोटा सा लेजर हथियार अब तक बनाए गए हथियारों में सबसे घातक है।’ अमेरिकी नौसेना ने सबसे पहली बार ‘लॉज’ नामक लेजर वेपन को वर्ष 2014 में बनाया था। इसे यूएसएस पेंस पर तैनात किया गया था। उस समय इस हथियार की क्षमता 30 किलोवाट थी। ज्यादातर सेनाओं के लेजर हथियार 30 से लेकर 100 किलोवाट तक के होते हैं।
ड्रोन, जेट और हेलिकॉप्टर होंगे खाक
इसकी मदद से किसी ड्रोन विमान को पलक झपकते ही मार गिराया जा सकता है। अमेरिका के इस नए हथियार से उसकी मारक क्षमता कई गुना बढ़ गई है। आमतौर पर ये हथियार कई तरह के फाइबर लेजर पर आधारित होते हैं और बाद में एक बीम से किरणे निकलती हैं तथा दुश्मन खाक हो जाता है। इस नए लेजर वेपन में कई शीशे लगाए गए हैं जो आपस में जुड़े हुए हैं।
तेजी से कई लक्ष्यों को किया जा सकता है तबाह
यह नया लेजर हथियार अमेरिकी सेना के उस प्रॉजेक्ट का हिस्सा है जिसके जरिए आकाश से आने वाले खतरों से निपटने के लिए रक्षात्मक लेजर हथियार बनाया जाना है। पिछले साल अमेरिकी सेना ने एक 10 किलोवाट के लेजर को मात देने वाले मोर्टार गोले का प्रदर्शन किया था। विशेषज्ञों का कहना है कि इतने शक्तिशाली लेजर हथियार की मदद से बड़े लक्ष्यों और तेजी से कई लक्ष्यों को तबाह किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के शक्तिशाली लेजर वेपन से आने वाले समय में बलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों, ड्रोन, फाइटर जेट और हेलिकॉप्टर का खात्मा किया जा सकेगा।