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WazirX GST Evasion: लंबे समय से जीएसटी चोरी कर रहा था क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स, विभाग ने वसूला इतना जुर्माना

WazirX GST Evasion: लंबे समय से जीएसटी चोरी कर रहा था क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स, विभाग ने वसूला इतना जुर्माना

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Fri, 31 Dec 2021 11:51 AM IST

सार

WazirX was stealing GST: जीएसटी के मुंबई ईस्ट कमिश्नरेट ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन का काम करने वाले देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स की ओर से लंबे समय से जीएसटी की चोरी की जा रही थी। कर चोरी का खुलासा करते हुए अधिकारियों ने एक्सचेंज पर ब्याज और पेनाल्टी लगाई और अब 49 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली की है।
 

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जीएसटी के मुंबई ईस्ट कमिश्नरेट ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन का काम करने वाले देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स की ओर से लंबे समय से जीएसटी की चोरी की जा रही थी। इस करोड़ों की कर चोरी का खुलासा करते अधिकारियों ने एक्सचेंज पर ब्याज और पेनाल्टी लगाने के बाद अब 49 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना वसूल किया है। 

गुरुवार को किया था खुलासा
गौरतलब है कि क्रिप्टो एक्सचेंज की ओर से की जा रही इस कर चोरी का खुलासा विभाग ने गुरुवार 30 दिसंबर 2021 को किया। जीएसटी कमिश्नरेट के द्वारा आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा की गई जानकारी के मुताबिक वजीरएक्स ने 40.5 करोड़ की जीएसटी चोरी की थी। इस मामले में उससे पेनाल्टी और ब्याज के तौर पर 49.2 करोड़ रुपये की रकम वसूल की गई है।

वजीरएक्स का ट्रेडिंग वॉल्यूम बेतहाशा बढ़ा 
बीते दिनों वजीरएक्स ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा था कि उसका ट्रेडिंग वॉल्यूम 1735 प्रतिशत बढ़ गया है। एक्सचेंज की ओर से बताया गया कि ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 43 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। यानि एक साल के भीतर एक्सचेंज के जरिये इतनी मूल्य के खरीद और बिक्री के सौदे किये गये। 2020 के मुकाबले यह 1735 प्रतिशत की बढ़त है। 

देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज
क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज के जरिए की जाती है। जैसे शेयर बाजार में कारोबार करने के लिये स्टॉक एक्सचेंज जरूरी है, ठीक उसी तरह क्रिप्टोकरंसी के लेन-देन के लिए भी एक्सचेंज की जरूरत होती है। इसमें भारतीय निवेशकों के बीच वजीरएक्स खासा पसंदीदा है। इसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में साल भर में हुए इस इजाफे से भी इसकी लोकप्रियता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। एक पूर्व रिपोर्ट की मानें तो भारत में 1.5 करोड़ निवेशकों का देश में मौजूद क्रिप्टो एक्सचेंजों में रजिस्ट्रेशन है। 

इस तरह खरीदी जाती है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है, जो एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई है और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा हो रहा है कि कई देश इसे लीगल कर चुके हैं। क्रिप्टो करेंसी खरीदने के दो जरिए हैं, लेकिन आज सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना है। दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। भारत की बात करें तो यहां पर काम कर रहे वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइन डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है। जहां से बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की डिजिटल मुद्राएं खरीदी जा सकती हैं। 

24 घंटे खुले रहते हैं क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज
देश में बिटक्वाइन अन्य क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी क्रिप्टो एक्सचेंज चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। इनके जरिए क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। रुपये में क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश करने के लिए आपको किसी एक एक्सचेंज पर पंजीकरण करना होता है। इसके लिए एक्सचेंज की साइट पर साइनअप करने के बाद अपनी केवायसी प्रक्रिया को पूरा कर  वॉलेट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं और फिर इन डिजिटल मुद्राओं की खरीदारी की जा सकती है। 
 

विस्तार

जीएसटी के मुंबई ईस्ट कमिश्नरेट ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन का काम करने वाले देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स की ओर से लंबे समय से जीएसटी की चोरी की जा रही थी। इस करोड़ों की कर चोरी का खुलासा करते अधिकारियों ने एक्सचेंज पर ब्याज और पेनाल्टी लगाने के बाद अब 49 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना वसूल किया है। 

गुरुवार को किया था खुलासा

गौरतलब है कि क्रिप्टो एक्सचेंज की ओर से की जा रही इस कर चोरी का खुलासा विभाग ने गुरुवार 30 दिसंबर 2021 को किया। जीएसटी कमिश्नरेट के द्वारा आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा की गई जानकारी के मुताबिक वजीरएक्स ने 40.5 करोड़ की जीएसटी चोरी की थी। इस मामले में उससे पेनाल्टी और ब्याज के तौर पर 49.2 करोड़ रुपये की रकम वसूल की गई है।

वजीरएक्स का ट्रेडिंग वॉल्यूम बेतहाशा बढ़ा 

बीते दिनों वजीरएक्स ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा था कि उसका ट्रेडिंग वॉल्यूम 1735 प्रतिशत बढ़ गया है। एक्सचेंज की ओर से बताया गया कि ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 43 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। यानि एक साल के भीतर एक्सचेंज के जरिये इतनी मूल्य के खरीद और बिक्री के सौदे किये गये। 2020 के मुकाबले यह 1735 प्रतिशत की बढ़त है। 

देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज

क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज के जरिए की जाती है। जैसे शेयर बाजार में कारोबार करने के लिये स्टॉक एक्सचेंज जरूरी है, ठीक उसी तरह क्रिप्टोकरंसी के लेन-देन के लिए भी एक्सचेंज की जरूरत होती है। इसमें भारतीय निवेशकों के बीच वजीरएक्स खासा पसंदीदा है। इसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में साल भर में हुए इस इजाफे से भी इसकी लोकप्रियता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। एक पूर्व रिपोर्ट की मानें तो भारत में 1.5 करोड़ निवेशकों का देश में मौजूद क्रिप्टो एक्सचेंजों में रजिस्ट्रेशन है। 

इस तरह खरीदी जाती है क्रिप्टो करेंसी

क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है, जो एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई है और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा हो रहा है कि कई देश इसे लीगल कर चुके हैं। क्रिप्टो करेंसी खरीदने के दो जरिए हैं, लेकिन आज सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना है। दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। भारत की बात करें तो यहां पर काम कर रहे वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइन डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है। जहां से बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की डिजिटल मुद्राएं खरीदी जा सकती हैं। 

24 घंटे खुले रहते हैं क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज

देश में बिटक्वाइन अन्य क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी क्रिप्टो एक्सचेंज चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। इनके जरिए क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। रुपये में क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश करने के लिए आपको किसी एक एक्सचेंज पर पंजीकरण करना होता है। इसके लिए एक्सचेंज की साइट पर साइनअप करने के बाद अपनी केवायसी प्रक्रिया को पूरा कर  वॉलेट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं और फिर इन डिजिटल मुद्राओं की खरीदारी की जा सकती है। 

 

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