वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, न्यूयॉर्क
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Mon, 13 Dec 2021 10:36 PM IST
सार
भारत ने कहा है कि जलवायु कार्रवाई और न्याय को लेकर हम किसी से पीछे नहीं हैं लेकिन इन मुद्दों के लिए यूएनएससी उचित मंच नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति
– फोटो : वीडियो स्क्रीनग्रैब
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन ने बताया है कि सोमवार को भारत ने यूएनएससी के उस मसौदा प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया, जिसने जलवायु कार्रवाई को सुरक्षित बनाने और ग्लास्गो में कड़ी मेहनत से प्राप्त किए गए सहमति समझौतों को कमजोर करने का प्रयास किया।
संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के स्थाई राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने इस संबंध में कहा कि जब जलवायु कार्रवाई और जलवायु न्याय की बात आती है तो भारत किसी से पीछे नहीं है। लेकिन इन दोनों ही मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए यूएनएससी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) उचित स्थान नहीं है।
तिरुमूर्ति ने कहा, ‘असल में ऐसा करने का प्रयास एक उचित मंच पर जिम्मेदारी से बचने की इच्छा से प्रेरित प्रतीत होता है।’
विस्तार
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन ने बताया है कि सोमवार को भारत ने यूएनएससी के उस मसौदा प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया, जिसने जलवायु कार्रवाई को सुरक्षित बनाने और ग्लास्गो में कड़ी मेहनत से प्राप्त किए गए सहमति समझौतों को कमजोर करने का प्रयास किया।
संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के स्थाई राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने इस संबंध में कहा कि जब जलवायु कार्रवाई और जलवायु न्याय की बात आती है तो भारत किसी से पीछे नहीं है। लेकिन इन दोनों ही मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए यूएनएससी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) उचित स्थान नहीं है।
तिरुमूर्ति ने कहा, ‘असल में ऐसा करने का प्रयास एक उचित मंच पर जिम्मेदारी से बचने की इच्छा से प्रेरित प्रतीत होता है।’
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