एक दिन में पांच लाख तक केस से निपटने की तैयारी
पिछले सात दिनों में देश के कई राज्यों में ओमिक्रॉन संक्रमण तेजी से बढ़ा है। इसके बाद से देखने में आया कि अस्पतालों में बेड भी तेजी से भरे जा रहे हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने कई राज्यों में आयुष क्लीनिक का विकल्प भी खोल दिया है ताकि एहतियात के तौर पर मरीजों का इलाज किया जा सके। वहीं रेलवे ने भी अपना बैकअप तैयार कर लिया है। रेलवे मंत्रालय ने भी 5,601 कोविड केयर और करीब 89,500 बेड को विकल्प के तौर पर तैयार रखा है।
इधर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी एक दिन में पांच लाख कोविड मामलों से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है। मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, नवंबर 2021 तक के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 मरीजों के लिए देश में 8.36 लाख बिस्तर उपलब्ध हैं। इसके अलावा कोविड-19 देखभाल केंद्रों में करीब 10 लाख (9,69,885) पृथक-वास वाले बिस्तर उपलब्ध हैं। इसके अलावा 4.86 लाख ऑक्सीजन उपलब्धता वाले बिस्तर और 1.35 लाख आईसीयू बिस्तर तैयार कर लिए गए हैं।
देश में अभी 1,200 पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र भी काम कर रहे हैं और देश में कोई भी ऐसा जिला नहीं हैं जहां इस तरह का संयंत्र नहीं हो। भविष्य में किसी भी संभावित ऑक्सीजन किल्लत के संकट से बचाव के लिए देशभर में करीब 4,000 पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जाने पर भी काम किया रहा है। वहीं, कोविड के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए देशभर में आयुष केंद्रों को भी तैयार किया गया है। आज देश में लगभग 3,986 आयुष अस्पताल और 27,199 डिस्पेंसरी हैं।
देशभर में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड
बेड उपलब्धता
आईसोलेशन बेड 1,810,083
ऑक्सीजन वाले बेड 494,314
आईसीयू बेड 139,300
बच्चों के आईसीयू बेड 24,057
बच्चों के गैर आईसीयू बेड 64,796
(24 दिसंबर 2021 तक की स्थिति: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण से मिली जानकारी के अनुसार)
पिछले दो दिन में दोगुना रफ्तार से बढ़े केस
देश में बुधवार को कोरोना के 13,000 से ज्यादा नए मामले दर्ज किए। मंगलवार की तुलना में यह आंकड़ा 44 प्रतिशत ज्यादा है। मंगलवार को देश में 9,195 कोरोना केस मिले थे। रोजाना के नए मामले केवल दो दिनों में दोगुने से अधिक हो गए हैं। बुधवार रात तक देश में 13,154 नए मामले दर्ज किए थे, जिसमें दो राज्यों के आंकड़े अभी आने बाकी थे। मंगलवार का आंकड़ा 9,155 था, जो पिछले दिन के आंकड़े (6,242) की तुलना में करीब 47 प्रतिशत ज्यादा है। लगातार दो दिनों तक 40 प्रतिशत से ज्यादा इजाफा दर्ज किया गया है। वहीं, दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा इजाफा (लगातार दो दिनों में) 31 मार्च और 1 अप्रैल को दर्ज किया गया था। उस दौरान कोरोना मामलों में 35 प्रतिशत और 13.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ था।
जनवरी से मार्च तक 67 करोड़ डोज की तैयारी
देश में बढ़ते संक्रमण के बीच टीकाकरण अभियान भी जोर-शोर से जारी है। 18 वर्ष से अधिक उम्र और 15 से 18 वर्ष के किशोर और बीमार बुजुर्ग के दो समूहों को वैक्सीन की डोज लगनी है। इस समूह को पूरी तरह वैक्सीनेट करने के लिए करीब 22 करोड़ डोज चाहिए। इस तरह योग्य आबादी के वैक्सीनेशन के लिए 67 करोड़ डोज की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, ये डोज फरवरी से मार्च तक मिल जाएंगी। राज्य सरकारों पर निर्भर है कि वे कितनी जल्दी वैक्सीन लगाते हैं।
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