अमिताभ और महाराष्ट्र लोकायुक्त
– फोटो : सोशल मीडिया
बीएमसी यानी बृहन्मुंबई नगर निगम जुहू में स्थित अमिताभ बच्चन के प्रतीक्षा बंगले के परिसर की दीवार को सड़क चौड़ीकरण परियोजना के लिए गिराने में देरी करने के लिए फालतू बहाने दे रही है। यह बात महाराष्ट्र लोकायुक्त ने मंगलवार को कही।
महाराष्ट्र लोकायुक्त और बीएमसी
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न्यायमूर्ति का आदेश
विध्वंस कार्य में कम से कम एक साल की देरी होने की बात पर महाराष्ट्र के लोकायुक्त न्यायमूर्ति वी एम कनाडे ने अपने हालिया आदेश में कहा कि नगर निकाय को उप अभियंता (सड़क) पश्चिमी उपनगर के नाम पर नोटिस जारी करना चाहिए।
बीएमसी
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बीएमसी का बहाना
इस पर बीएमसी ने कहा था कि उसने अभी तक अमिताभ बच्चन के बंगले की दीवार नहीं तोड़ी है क्योंकि उसके पास सड़क चौड़ीकरण परियोजना के लिए कोई ठेकेदार नहीं है। शिवसेना के नियंत्रण वाले नगर निकाय ने यह भी कहा कि वह अगले वित्तीय वर्ष में जब सड़क ठेकेदार की नियुक्ति करेगी तब दीवार गिरा देगी और जमीन का अधिग्रहण कर लेगी।
महाराष्ट्र लोकायुक्त और बीएमसी
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लोकायुक्त की फटकार
जब भी कोई सड़क चौड़ीकरण परियोजना शुरू की जाती है, तो कार्यान्वयन के लिए बीएमसी द्वारा पर्याप्त बजटीय प्रावधान बनाया जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए लोकायुक्त ने अपने आदेश में कहा कि जाहिर है कि बीएमसी फालतू बहाने देकर बच्चन परिवार के बंगले की दीवार नहीं गिराना चाहती है।
अमिताभ और कांग्रेस पार्षद ट्यूलिप मिरांडा
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कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस पार्षद ट्यूलिप मिरांडा ने कहा कि 2019 में बीएमसी ने बच्चन के बंगले से सटे एक भवन परिसर की चारदीवारी को ध्वस्त कर दिया और सड़क-चौड़ाई के लिए अपनी जमीन का एक हिस्सा ले लिया था, लेकिन अभिनेता के बंगले को अछूता छोड़ दिया।