हाल ही में दुनिया को अलविदा कह चुकीं दिग्गज गायिका लता मंगेशकर से जुड़े कई किस्से लगातार सामने आ रहे हैं। गायिका के जाने के बाद उनसे जुड़े कई लोग लता जी की यादें साझा कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। अपनी आवाज से लोगों को दीवाना बनाने वालीं लता मंगेशकर गायिकी के अलावा अन्य चीजों की भी शौकीन थीं। अपने गानों से लोगों का मनोरंजन करने वालीं स्वर कोकिला खुद क्राइम शो से अपना मनोरंजन किया करती थीं। लता जी को शेरलॉक हेम्स देखना पसंद था। इसके अलावा वह भारतीय क्राइम शो सीआईडी भी बेहद चाव देखा करती थीं। लता जी इस शो की कास्ट की भी काफी बड़ी फैन थीं। उनके निधन के बाद इस शो के कलाकारों से जुड़ा एक किस्सा चर्चा में बना हुआ है।
लता जी ने एक बार शो की कास्ट को अपने घर बुलाया था। लता जी को सीआईडी में नजर आने वाले एसीपी प्रद्युमन, इंस्पेक्टर दया और इंस्पेक्टर अभिजीत का रोल बेहद पसंद था। लता जी के बुलाने पर शिवाजी साटम, दया शेट्टी और अभिजीत उनसे मिलने गायिका के पेडार रोड स्थित घर पहुंचे थे। इस दौरान लता जी ने घर पहुंचे एसीपी की बंदूक अपने हाथ में ली और उसकी एक फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर की थी।
जब सीआईडी को 18 साल पूरे हो गए थे तो इसका एक एपिसोड लता जी को भी समर्पित किया गया था। वहीं, लता जी ने भी इस एपिसोड को बेहद पसंद करते हुए अपना ढेर सारा प्यार भेजा था। लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू में सीआईडी के बारे में बात करते हुए कहा था कि मैं कई सालों से इस शो को देख रही हूं। शिवाजी मेरे घर आते हैं और हम लोग इस पर काफी बातें भी करते हैं।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि इस शो ने अपने 19 साल पूरे कर लिए हैं और मैं आशा करती हूं यह अपने 50 साल भी पूरे करे। हालांकि यह शो 50 साल तो पूरे नहीं कर पाया, लेकिन सफलतापूर्वक 20 साल तक दर्शकों का मनोरंजन करने के बाद आखिरकार यह शो साल 2018 में ऑफ एयर कर दिया गया। सीआईडी शो देश के सबसे पुराने और लंबे चलने वाले टीवी शोज में से शामिल है।
लता मंगेशकर ने 80 साल तक अपने गानों से लोगों का मनोरंजन किया। भारतीय सिनेमा को 30,000 से ज्यादा गाने देने वालीं लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश गम हीन है। रविवार सुबह लता जी के निधन की खबर सामने आते ही हर कोई टूट गया। जिस किसी ने भी यह खबर सुनी उसकी आंखें नम हो गईं। संगीत की दुनिया में अपना अमिट योगदान देने वालीं लता मंगेशकर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें पद्म विभूषण और दादासाहेब फाल्के अवार्ड से भी नवाजा गया।
गौरतलब है कि 8 जनवरी को कोरोना संक्रमित होने के बाद लता मंगेशकर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। इस दौरान कोरोना के बाद वह निमोनिया की चपेट में आने की वजह से वह लगातार आईसीयू में भर्ती थीं। 28 दिन तक जारी इस जंग पर विराम लगाते हुए लता जी ने 92वें साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।