hindu new year samvat 2079 prediction: 02 अप्रैल से चैत्र के वासंती नवरात्रि प्रारंभ होंगे जो 10 तारीख,रविवार को रामनवमी पर समाप्त होंगे। इस दिन सुबह 8:30 पर वैधृति नामक अशुभ योग आरंभ होगा अतः घटस्थापन,अखंड ज्योति प्रज्जवलन,देवी पूजन और नववर्ष पूजन पहले ही करना चाहिए। नल नामक विक्रमी संवत् 2079,शनिवार को ही शुरू होगा। इस वर्ष के राजा शनि और मंत्री गुरु होंगे। इस महीने राहु 12 अप्रैल को मेष राशि में आ जाएंगे। इसके अलावा मुख्य ग्रह गुरु 13अप्रैल को अपनी राशि मीन में और शनि 29 अप्रैल से कुंभ राशि में आ जाएंगे। साथ ही 27 से गुरु-शुक्र योग तथा 29 से मंगल-शनि योग आरंभ होंगे। इस साल 4 ग्रहण लगेंगे। पहली मई को सूर्यग्रहण,16 मई को चंद्रग्रहण, 25 अक्तूबर को सूर्यग्रहण और अंतः में 8 नवंबर को चंद्रग्रहण।
कुछ महत्वपूर्ण भविष्यवाणियां
- कोरोना का प्रभाव इस साल कम होता जाएगा। युक्रेन-रूस का महायुद्ध पहली मई से पहले शांत होने की संभावना है। तीसरा विश्वयुद्ध नहीं होगा। भारत सुरक्षित रहेगा। कई देश भारत की ओर विश्व शांति के लिए देखेंगे। प्रधानमंत्री मोदी विशेष भूमिका निभाएंगे। भारत की प्रतिष्ठा और बढ़ेगी।
2. हिंदू नववर्ष विक्रम संवत् 2079 दो अप्रैल 2022 यानी शनिवार से शुरू हो रहा है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास मार्च या अप्रैल के महीने में आता है इस दिन को महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा तथा आंध्र प्रदेश में उगादी पर्व के रूप में भी मनाया जाता है।
3. हिंदू नवसंवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन आता है। इस बार नवसंवत्सर 2079 के राजा शनि और मंत्री गुरु होंगे। शनि अभी मकर राशि में हैं और 29 अप्रैल को कुंभ में गोचर करेंगे। ये दोनों शनि की अपनी राशि है। इससे आने वाले वर्ष में शनि का दबदबा रहेगा।
4. विक्रम संवत 2079 शनिवार से शुरू हो रहा है और इसके राजा भी शनि है। ये हिंदू नववर्ष उन जातकों के लिए काफी कष्टप्रद हो सकता है। जिन राशियों में पहले से ही शनि की महादशा चल रही है। इसी के साथ कुंडली में शनि की साढ़ेसाती है तो इसके लिए विशेष उपाय करवाने होंगे। इसके अलावा जिन राशियों पर गुरु की कृपा है और कुंडली में गुरु उच्च स्थान पर है तो ऐसे जातकों के लिए ये हिंदू नववर्ष काफी शुभ होगा।