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GDP Growth Rate: तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 5.4 फीसदी रही, देश का राजकोषीय घाटा भी बढ़ा

GDP Growth Rate: तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 5.4 फीसदी रही, देश का राजकोषीय घाटा भी बढ़ा

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Mon, 28 Feb 2022 06:11 PM IST

सार

चालू वित्त वर्ष की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट 5.4 फीसदी रहा। यह बाजार के 5.9 फीसदी के अनुमान से कम है। ठीक एक साल पहले दिसंबर 2021 तिमाही में ग्रोथ रेट 0.40 फीसदी रहा था। इसके अलावा जनवरी में कोर इंडस्ट्री ग्रोथ की रफ्तार धीमी रही। जनवरी में आठ कोर सेक्टर का ग्रोथ रेट 3.7 फीसदी दर्ज किया गया।

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अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट 5.4 फीसदी रहा। यह बाजार के 5.9 फीसदी के अनुमान से कम है। ठीक एक साल पहले दिसंबर 2021 तिमाही में ग्रोथ रेट 0.40 फीसदी रहा था। गौरतलब है कि बार्कलेज ने इस तिमाही के लिए ग्रोथ का अनुमान 6.6 फीसदी रखा था। 

बता दें कि एसबीआई रिसर्च में भी उम्मीद जताई गई थी कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही यानी अक्तूबर-दिसंबर का ग्रोथ रेट 5.8 फीसदी रहेगा। इस संबंध में जारी एक रिपोर्ट में बताया गया कि जनवरी में कोर इंडस्ट्री ग्रोथ की रफ्तार धीमी रही। जनवरी में आठ कोर सेक्टर का ग्रोथ रेट 3.7 फीसदी दर्ज किया गया, जबकि दिसंबर में यह 4.1 फीसदी रहा था। 

इसके साथ ही लेखा महानियंत्रक (सीजीए) द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 की अवधि में सरकार का राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 22 के लक्ष्य का 58.9 फीसदी हो गया। रिपोर्ट में कहा गया कि जनवरी 2022 में राजकोषीय घाटा 75,500 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.8 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो संशोधित अनुमान का 58.9 फीसदी है।

विस्तार

अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट 5.4 फीसदी रहा। यह बाजार के 5.9 फीसदी के अनुमान से कम है। ठीक एक साल पहले दिसंबर 2021 तिमाही में ग्रोथ रेट 0.40 फीसदी रहा था। गौरतलब है कि बार्कलेज ने इस तिमाही के लिए ग्रोथ का अनुमान 6.6 फीसदी रखा था। 

बता दें कि एसबीआई रिसर्च में भी उम्मीद जताई गई थी कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही यानी अक्तूबर-दिसंबर का ग्रोथ रेट 5.8 फीसदी रहेगा। इस संबंध में जारी एक रिपोर्ट में बताया गया कि जनवरी में कोर इंडस्ट्री ग्रोथ की रफ्तार धीमी रही। जनवरी में आठ कोर सेक्टर का ग्रोथ रेट 3.7 फीसदी दर्ज किया गया, जबकि दिसंबर में यह 4.1 फीसदी रहा था। 

इसके साथ ही लेखा महानियंत्रक (सीजीए) द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 की अवधि में सरकार का राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 22 के लक्ष्य का 58.9 फीसदी हो गया। रिपोर्ट में कहा गया कि जनवरी 2022 में राजकोषीय घाटा 75,500 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.8 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो संशोधित अनुमान का 58.9 फीसदी है।

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