पूर्व मिसेज नार्थ इंडिया सुकृति चौहान
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
इस साल की दिवाली मुंबई फिल्म जगत के लिए थोड़ा बेहतर आस लेकर आई है। देश के तमाम राज्यों के सिनेमाहाल पूरी क्षमता के साथ खुल चुके हैं। मुंबई में फिल्मों, टेलीविजन धारावाहिकों और वेब सीरीज की शूटिंग रफ्तार पकड़ चुकी है। फिल्मों की प्रेस कांफ्रेस, आमने सामने के इंटरव्यूज, लोकेशन पर बाहरी लोगों की आमद आदि शुरू हो चुकी है। लेकिन, अब भी मुश्किल वक्त टला नहीं है। बीते साल लगे लॉकडाउन से ज्यादा संकट फिल्म जगत के कलाकारों ने इस साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान झेला। ‘अमर उजाला’ लगातार फिल्म जगत के लोगों की मदद के लिए अपने स्तर से कोशिशें करता रहा है और जरूरतमंद लोगों तक विभिन्न सामाजिक संगठनों के जरिये मदद भी पहुंचाता रहा है। इस दिवाली हमने कोशिश की उन लोगों से हालात की असलियत जानने की जिन्होंने पिछले डेढ़ साल बहुत संघर्ष झेला। ऐसा ही एक नाम है हिमाचल प्रदेश से मुंबई अभिनय जगत में अपनी पहचान बनाने आईं पूर्व मिसेज नॉर्थ इंडिया सुकृति चौहान। अभिनय के अलावा सुकृति अपने पति के साथ ग्रुप टूर आयोजित करने का भी काम करती रही हैं।
सुकृति चौहान
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
हमने सुकृति से जानना चाहा कि कोरोना के पिछले डेढ़ साल ने कारोबार को कितना प्रभावित किया? और, उन्होंने इस संकट से निपटने के क्या उपाय किए? और, क्या इस बार की दिवाली उनको अपने करियर और कारोबार के हिसाब से जगमग दिख रही है? सुकृति कहती हैं, ‘कोरोना के कारण टूर्स का कारोबार तो पूरी तरह चौपट हो गया था, खासकर हमारा कारोबार जो स्कूल और कॉलेजों के टूर्स पर आधारित था। हमारा व्यवसाय पूरी तरह ठप हो गया और मुंबई में भी शूटिंग आदि पूरी तरह बंद हो चुकी थी। इस दौरान हमने बहुत संघर्ष किया लेकिन हिम्मत नहीं हारी। अब जबकि कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों की तादाद दिनोंदिन बढ़ती जा रही है और दूसरे कारोबार भी करीब करीब पूरी तरह खुल चुके हैं तो फिल्म और पर्यटन जगत में भी आस बढ़ी है। अभी रास्ता आसान नहीं हुआ है, बस खुल भर गया है। उम्मीद है कि जल्द ही चीजें सामान्य होने लगेंगी। और, ये दिवाली भले न जगमग हो पा रही हो लेकिन होली जरूर बहुत रंगीन होगी।’
सुकृति चौहान
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
कोरोना के चलते सुकृति को अपने अभिनय करियर में खासा नुकसान उठाना पड़ा। वह बताती हैं, ‘मेरे कई सारे प्रोजेक्ट्स एक साथ शुरू हुए थे। मैं मुंबई आई तो यहां के लोगों ने मुझे हाथोंहाथ लिया यहां मुझे बहुत स्नेह और अपनापन मिला। लेकिन जैसे ही कोरोना आया, मेरे सारे प्रोजेक्ट्स एक के बाद एक आगे खिसकते चले गए। अब कोरोना की डबल वैक्सीनेशन के बाद से फिल्म जगत का कारोबार पटरी पर आता दिख रहा है। नए और संघर्षशील लोगों को फिर से बुलावा आने लगा है। मेरी एक फिल्म की शूटिंग हाल ही में पूरी हुई है। मैं उम्मीद करती हूं कि ये दिवाली सारे कलाकारों और तकनीशियों के लिए वाकई में शुभ दीपावली साबित हो।’
सुकृति चौहान
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
सुकृति चौहान ने मिसेज नॉर्थ इंडिया का खिताब जीतने के अलावा और भी तमाम सौंदर्य प्रतियोगिताएं जीती हैं। वह कहती हैं, ‘फिल्म जगत में आने से पहले अपने काम की खूब तैयारी की जाए। खुद को तराशने के लिए सही मार्गदर्शकों से मिलकर उनसे इस इंडस्ट्री के सबक लिए जाएं तो राहें आसान हो जाती हैं। यहां संघर्ष तो बहुत है लेकिन अगर खुद में हुनर और कौशल हो, अपने सपने को पूरा कर दिखाने का जज्बा हो तो फिर यहां कोई किसी को रोक नहीं सकता। ये बात सच है कि बीते डेढ़ साल ने संघर्षशील कलाकारों को घर लौटने पर मजबूर कर दिया लेकिन मुझे उम्मीद है कि दिवाली के बाद गांवो और छोटे शहरों से उन कलाकारों का लौटना शुरू हो जाएगा जो कोरोना की दूसरी लहर के बाद मुंबई छोड़कर चले गए थे।’
सुकृति चौहान
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
दिवाली मनाने के लिए पूर्व मिसेज नॉर्थ इंडिया सुकृति वापस उत्तर भारत जा चुकी हैं। वहीं से ‘अमर उजाला’ से बात करते हुए वह बताती हैं, ‘कोरोना अभी गया नहीं हैं। त्योहारों पर सभी को भीड़ भाड़ वाले स्थानों से दूर ही रहना चाहिए। बेहतर होगा यदि लोग कम से कम बाहर निकलेंगे और त्योहारों को अपने घर वालों व परिचितों के साथ ही घर पर मनाएंगे। मैं भी हर त्योहार अपने परिजनों के साथ ही मनाती हूं और इस बार शिमला के करीब एक दूरदराज इलाके में आई हुई हूं। मुझे भरोसा है कि ये त्योहार भी सब लोग सुरक्षित तरीके से मनाएंगे ताकि छठ के बाद कोरोना का प्रसार ज्यादा न हो और सारे कारोबार सुचारू रूप से चलते रहें।’