बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Thu, 17 Feb 2022 05:31 PM IST
सार
Billionaire Told Cryptocurrency Diseases: 98 वर्षीय अरबपति निवेशक और वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे के वाइस प्रेसिडेंट चार्ली मंगेर ने कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि हमने कभी इसमें निवेश नहीं किया। यह एक बीमारी के अलावा कुछ भी नहीं है। उन्होंने इसे वनीरीयल डिजीज बताते हुए इससे दूर रहने की बात कही।
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विस्तार
क्रिप्टो पर रोक लगाने की वकालत
मंगेर ने बिटकॉइन और दूसरे क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि इन डिजिटल मुद्राओं का उपयोग दरअसल, जबरन वसूली, अपहरण और टैक्स चोरी के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्रिव्प्टोकरेंसी पर तुरंत रोक लगाने की मांग की। चार्ली ने चीन का उदाहरण देते हुए क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ उठाए गए उसके सख्त कदम की सराहना की। उन्होंने अमेरिका के लिए कहा कि हमने क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देकर बड़ी गलती की है।
खुद पर इसलिए जताया गर्व
चार्ली मंगेर ने क्रिप्टोकरेंसी पर चर्चा के दौरान कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि हमने कभी इसमें बिल्कुल भी निवेश नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह एक बीमारी के अलावा कुछ भी नहीं है। उन्होंने इसे वनीरीयल डिजीज बताते हुए इससे दूर रहने की बात कही। बता दें कि क्रिप्टो को लेकर उनकी सोच नई नहीं है। साल 2021 में उन्होंने कहा था कि वह बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की सफलता से बहुत नफरत करते हैं। इसमें करेंसी में सिर्फ सट्टेबाजी की जा सकती है।
एलन मस्क को आए मंगेर याद
क्रिप्टोकरेंसी पर बबान के बाद दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क को भी अरबपति निवेशक चार्ली मंगेर याद आ गए। उन्होंने एक ट्वीट कर मंगेर के उनसे कहे शब्दों को याद किया। टेस्ला के प्रमुख एलॉन मस्क ने उस समय को याद किया, जब अरबपति निवेशक चार्ली मंगेर ने कहा था कि हर हाल में उनकी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला फेल हो जाएगी। यह बात 2009 में हुई थी, तब मंगेर ने एलन मस्क और उस जगह में मौजूद सभी के सामने कहा था टेस्ला फेल हो जाएगी। इससे मस्क काफी आहत हुए थे।
टेस्ला सबसे महंगा ऑटो ब्रांड
भले ही मंगेर ने एलन मस्क से ये दिल दुखाने वाली बात बोली हो। लेकिन हुआ इसका विपरी और आज मस्क की टेस्ला दुनिया का सबसे वैल्यूएबल ऑटो ब्रांड है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के साथ, कंपनी ने 2021 में रिकॉर्ड 5.5 अरब डॉलर का लाभ दर्ज किया। ग्लोबल सेमीकंडक्टर की कमी के बावजूद कंपनी ने पिछले साल ऑटो डिलीवरी में 87 प्रतिशत की छलांग लगाई, रेवेन्यू 71 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 53.8 अरब डॉलर हो गया।