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Corona: चीफ जस्टिस ने ओमिक्रॉन को बताया साइलेंट किलर, हल्के में ना लेने की दी सलाह

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: मेघा चौधरी
Updated Wed, 23 Feb 2022 10:20 PM IST

सार

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कोर्ट में फिजिकल सुनवाई के लिए आग्रह किया था। इस पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना ने टिप्पणी की कि ओमिक्रॉन साइलेंट किलर है। 

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कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने ‘साइलेंट किलर’ बताया है। सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल सुनवाई के अनुरोध पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमण ने यह टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन की चपेट में ने के बाद इससे उबरने में पीड़ित को ज्यादा समय लगता है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कोर्ट में फिजिकल सुनवाई के लिए आग्रह किया था।
 
जल्द ठीक नहीं होते संक्रमित
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि कोरोना का यह नया वैरिएंट साइलेंट किलर है। पहली लहर में वह चार दिनों में संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए थे। लेकिन इस बार वह 25 दिन के बाद भी ठीक नहीं  हैं। इसकी चपेट में आने वाला व्यक्ति जल्द ठीक नहीं हो पाता है।

इस पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि यह हल्का वैरिएंट है और इससे संक्रमित लोग जल्द ठीक हो रहे हैं। चीफ जस्टिस ने उन्हें कोरोना के खतरे को कम आकने की गलती न करने की सलाह दी। जनवरी में, सुप्रीम कोर्ट कोविड की लहर की चपेट में आ गया था, जिसमें 10 न्यायाधीश कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। 

हाइब्रिड शैली में हो रही सुनवाई
वर्तमान में कोर्ट में सुनवाई हाइब्रिड शैली में हो रही है। इस शैली में सप्ताह में दो बार शारीरिक सुनवाई और बाकी दिन ऑनलाइन सुनवाई होती है। 

अमिक्रॉन से अमेरिका में हुई ज्यादा मौतें
अमेरिका में ओमिक्रॉन से मौत होने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबित ओमिक्रॉन ने अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट से होने वाली मौतों को भी पीछे छोड़ दिया है। गत वर्ष डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन के मामले मिलने की पुष्टि की थी। अब तक अमेरिका में संक्रमण से कुल 1,54,750 से ज्यादा मौत हो गई हैं।

विस्तार

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने ‘साइलेंट किलर’ बताया है। सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल सुनवाई के अनुरोध पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमण ने यह टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन की चपेट में ने के बाद इससे उबरने में पीड़ित को ज्यादा समय लगता है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कोर्ट में फिजिकल सुनवाई के लिए आग्रह किया था।

 

जल्द ठीक नहीं होते संक्रमित

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि कोरोना का यह नया वैरिएंट साइलेंट किलर है। पहली लहर में वह चार दिनों में संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए थे। लेकिन इस बार वह 25 दिन के बाद भी ठीक नहीं  हैं। इसकी चपेट में आने वाला व्यक्ति जल्द ठीक नहीं हो पाता है।

इस पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि यह हल्का वैरिएंट है और इससे संक्रमित लोग जल्द ठीक हो रहे हैं। चीफ जस्टिस ने उन्हें कोरोना के खतरे को कम आकने की गलती न करने की सलाह दी। जनवरी में, सुप्रीम कोर्ट कोविड की लहर की चपेट में आ गया था, जिसमें 10 न्यायाधीश कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। 

हाइब्रिड शैली में हो रही सुनवाई

वर्तमान में कोर्ट में सुनवाई हाइब्रिड शैली में हो रही है। इस शैली में सप्ताह में दो बार शारीरिक सुनवाई और बाकी दिन ऑनलाइन सुनवाई होती है। 

अमिक्रॉन से अमेरिका में हुई ज्यादा मौतें

अमेरिका में ओमिक्रॉन से मौत होने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबित ओमिक्रॉन ने अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट से होने वाली मौतों को भी पीछे छोड़ दिया है। गत वर्ष डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन के मामले मिलने की पुष्टि की थी। अब तक अमेरिका में संक्रमण से कुल 1,54,750 से ज्यादा मौत हो गई हैं।

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