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China Plane Crash: करीब तीन सालों से चीन में Boeing 737 पर लगी थी पाबंदी, जिस वजह से लगी थी रोक फिर वही हुआ

सार

चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन ने बोइंग 737 के उड़ान योग्यता निर्देश में कई बदलावों की सूची जारी की थी जिसमें सॉफ्टवेयर अपग्रेड से लेकर अतिरिक्त पायलट प्रशिक्षण और उड़ान के संचालन के मैनुअल में संशोधन शामिल था।

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चीन में एक बड़ा विमान हादसा हुआ है। Boeing 737 एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया है। हादसे के वक्त प्लेन में कुल 133 यात्री सवार थे। हादसे में कितने लोग हताहत हुए हैं इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। मीडिया रिपोर्ट् के मुताबिक चीन का यह विमान कुनमिंग से गुआंगझू ग्वांगझाउ की तरफ जा रहा था। 

बताया जा रहा है कि चीन में पिछले तीन सालों से Boeing 737 मैक्स विमानों के उड़ान भरने पर रोक लगी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिसंबर 2021 के पहले सप्ताह में इसे फिर से उड़ान भरने की मंजूरी दी गई थी। चीन की विमानन सुरक्षा एजेंसी ने बोइंग के 737 मैक्स विमानों को फिर से उड़ाने के लिए आवश्यक बदलाव करने का निर्देश दिया था। उसके बाद मैक्स विमान के वाणिज्यिक सेवा में लौटने का रास्ता साफ हुआ था।

Boeing 737 विमान की खासियत क्या है? 
इसका निर्माण 1967 में शुरू हुआ। जब से बोइंग ने 737 श्रृंखला का निर्माण शुरू किया, 2018 तक इसने 9000 से अधिक विमान तैयार कर लिए थे।

बोइंग के फरवरी 2020 तक के आंकड़ों के अनुसार अब तक 10,575 विमानों की डिलीवरी हो चुकी है 15,115 विमानों का ऑर्डर मिल गया था। इस वजह से यह दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला जेट कमर्शियल एयरलाइनर बन गया।

शुरुआत में इस विमान की सफलता का मुख्य कारण एयरलाइन की मांगों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया इसका डिजाइन और समय-समय पर किए गए बदलाव हैं। अपने परफॉर्मेंस, रेंज और यात्री सुविधाओं की वजह से यह एयरलाइनों के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हुआ।
 
737 मैक्स सीरीज के विमानों का इंजन काफी बड़ा है। यह इंजन शोर भी कम करता है और वातावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गैसों का उत्सर्जन भी कम करता है। 

इस विमान में यात्रा के दौरान ज्यादा झटके महसूस नहीं होते हैं। साथ ही इसमें पायलटों के लिए भी काफी सहूलियतें है।

ग्राहकों के सुझाव पर समय-समय पर इस एयरलाइन में कई बदलाव होते चले गए बोइंग 737 के कई मॉडल और संस्करण आ चुके हैं।

बोइंग का 737 मैक्स सीरीज का यह विमान चार मॉडलों में मौजूद है। बोइंग 737 मैक्स 7, बोइंग 737 मैक्स 8, बोइंग 737 मैक्स 9 और बोइंग 737 मैक्स 10 इसके मॉडल हैं।

दो हादसों के बाद करीब 19 देशों ने इस पर रोक लगा दी 
हालांकि दो बड़े हादसों की वजह से सुरक्षा के मानकों को लेकर इस विमान पर दुनिया का भरोसा कम हुआ। भारत समेत तकरीबन 19 देशों ने मार्च 2019 में इस पर रोक लगा दी थी। कई देशों ने इन विमानों की उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश पर भी रोक लगा दी है।

इस विमान के उड़ान भरने पर रोक लगाने वाला चीन पहला देश था।  2021 में इसे भारत में फिर से मंजूरी मिल गई। भारत में स्पाइस जेट और जेट एयरवेज बोइंग के 737 मैक्स मॉडल का इस्तेमाल करती रही हैं। 
 
कब हुआ था हादसा?
2019 में इथोपियन एयरलाइंस का बोइंग 737 मैक्स 8 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में जहाज में सवार सभी यात्रियों और पायलटों की मौत हो गई थी। उससे पहले अक्तूबर 2018 में एक और बोइंग 737 मैक्स 8 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही वह विमान जावा सागर में गिर गया था। उस दुर्घटना में भी सारे यात्रियों और पायलटों की मौत हो गई थी। दोनों दुर्घटनाओं को मिला दें तो कुल 346 लोग मारे गए थे।

वजह क्या थी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसकी सबसे बड़ी समस्या इसके इंजन में है। कहा जाता है कि इसमें ईंधन की बचत होती है लेकिन कई बार इसकी इंजन में समस्या आ जाती है जिसकी वजह से खुद ही इसकी रफ्तार कम हो सकती है और एयरक्राफ्ट बंद हो सकता है।

इस समस्या से निपटने के लिए कंपनी ने मैनोवरिंग कैरेक्टरस्टीक ऑगमेनटेशन सिस्टम (एमसीएएस) नाम के सॉफ्टवेयर को जहाज में लगाया, जो विमान को आपातकाल के समय सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। अगर ऊंचाई पर किसी तकनीकी खराबी के कारण खतरा महसूस हो तो इसी सिस्टम की सहायता से विमान को धीरे-धीरे नीचे लाने में मदद मिलती है। लेकिन कई बार यह सॉफ्टवेयर भी गलत निर्देश देता है जिस वजह से जहाज के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है।

इन दोनों हादसों में काफी समानताएं थीं। दोनों ही विमान उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों ही मामलों में उड़ान भरने के बाद पायलट ने एयरपोर्ट पर लौटने का आग्रह किया था। पायलटों ने विमान के नियंत्रण को लेकर समस्या आने की बात कही। 2018 और 2019 में हुए दोनों दुर्घटनाओं के मामले में एमसीएएस ने विमान को गलत निर्देश दिया जिस वजह से दुर्घटना हुई।
 

विस्तार

चीन में एक बड़ा विमान हादसा हुआ है। Boeing 737 एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया है। हादसे के वक्त प्लेन में कुल 133 यात्री सवार थे। हादसे में कितने लोग हताहत हुए हैं इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। मीडिया रिपोर्ट् के मुताबिक चीन का यह विमान कुनमिंग से गुआंगझू ग्वांगझाउ की तरफ जा रहा था। 

बताया जा रहा है कि चीन में पिछले तीन सालों से Boeing 737 मैक्स विमानों के उड़ान भरने पर रोक लगी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिसंबर 2021 के पहले सप्ताह में इसे फिर से उड़ान भरने की मंजूरी दी गई थी। चीन की विमानन सुरक्षा एजेंसी ने बोइंग के 737 मैक्स विमानों को फिर से उड़ाने के लिए आवश्यक बदलाव करने का निर्देश दिया था। उसके बाद मैक्स विमान के वाणिज्यिक सेवा में लौटने का रास्ता साफ हुआ था।

Boeing 737 विमान की खासियत क्या है? 

इसका निर्माण 1967 में शुरू हुआ। जब से बोइंग ने 737 श्रृंखला का निर्माण शुरू किया, 2018 तक इसने 9000 से अधिक विमान तैयार कर लिए थे।

बोइंग के फरवरी 2020 तक के आंकड़ों के अनुसार अब तक 10,575 विमानों की डिलीवरी हो चुकी है 15,115 विमानों का ऑर्डर मिल गया था। इस वजह से यह दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला जेट कमर्शियल एयरलाइनर बन गया।

शुरुआत में इस विमान की सफलता का मुख्य कारण एयरलाइन की मांगों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया इसका डिजाइन और समय-समय पर किए गए बदलाव हैं। अपने परफॉर्मेंस, रेंज और यात्री सुविधाओं की वजह से यह एयरलाइनों के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हुआ।

 

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