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Budget 2022: 5G स्पेक्ट्रम की जल्द होगी नीलामी, लॉन्चिंग के लिए करना पड़ सकता है 2023 का इंतजार

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Tue, 01 Feb 2022 12:24 PM IST

सार

ग्रामीण इलाकों में सस्ते ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए इंतजाम किए जाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक 2022-23 में डिजिटल रुपये जारी करेगा।

भारत में 5जी ट्रायल को मिली मंजूरी
– फोटो : पिक्साबे

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 को पेश करते हुए कहा कि जल्द ही ई-पासपोर्ट जारी किए जाएंगे जो कि माइक्रो चिप से लैस होंगे। उन्होंने कहा कि निजी दूरसंचार प्रदाताओं के लिए 2022-23 के भीतर 5G मोबाइल सेवाओं के शुरू करने के लिए आवश्यक स्पेक्ट्रम की नीलामी होगी, हालांकि 5जी इस्तेमाल के लिए लोगों को अगले साल का इंतजार करना पड़ सकता है। वित्त मंत्री ने कहा है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी इस साल होगी। बता दें कि मई 2022 तक टेलीकॉम कंपनियों को ट्रायल की अनुमति मिली है।

ग्रामीण इलाकों में सस्ते ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए इंतजाम किए जाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक 2022-23 में डिजिटल रुपये जारी करेगा। इसके लिए ब्लॉकचेन और अन्य टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी। भारत के पहले डिजिटल करेंसी का नाम RBI डिजिटल रुपी होगा। 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार जल्द ही 5G के लिए डिजाइन आधारित निर्माण के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (PLI) की घोषणा करेगी। 5G तकनीक से नौकरी के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सस्ती ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं के लिए वार्षिक सार्वभौमिक दायित्व सेवा कोष (यूएसओ) का 5% आरएंडडी प्रदान की जाएगी। निजी दूरसंचार कंपनियां अपने समायोजित सकल राजस्व का 5% सरकार को भुगतान करती हैं। इस राशि का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में संचार सुविधाएं प्रदान करने के लिए किया जाता है।

देश की सभी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां 5जी का ट्रायल विभिन्न शहरों में कर रही हैं। जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया तीनों कंपनियां मुंबई, पुणे, गुजरात, दिल्ली और गुरुग्राम जैसे शहरों में अपने 5जी नेटवर्क का ट्रायल कर रही हैं। रिलायंस जियो ने हाल ही में कहा है कि वह जल्द ही एक हजार शहरों में 5जी लॉन्च की तैयारी कर रहा है।

कंपनी अपने 5G नेटवर्क पर हेल्थकेयर और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन के टेस्ट कर रही है। 5जी नेटवर्क पर डाटा की खपत अधिक होगी इसलिए कंपनी उच्च खपत वाले इलाकों और ग्राहकों की पहचान के लिए हीट मैप्स, 3 डी मैप्स और रे ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है।

पिछले साल नवंबर में वोडाफोन आइडिया (VI) ने लाइव ट्रायल में अपने 5जी नेटवर्क पर 4.2Gbps की स्पीड हासिल की है। यह ट्रायल पुणे में 26 नवंबर को किया गया था और यह स्पीड 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड (मिलिमीटर बैंड) पर मिली। दूरसंचार विभाग की ओर से Vi को 5जी के लिए 26GHz और 3.5GHz स्पेक्ट्रम मिला है जो कि मिलिमीटर बैंड है।

विस्तार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 को पेश करते हुए कहा कि जल्द ही ई-पासपोर्ट जारी किए जाएंगे जो कि माइक्रो चिप से लैस होंगे। उन्होंने कहा कि निजी दूरसंचार प्रदाताओं के लिए 2022-23 के भीतर 5G मोबाइल सेवाओं के शुरू करने के लिए आवश्यक स्पेक्ट्रम की नीलामी होगी, हालांकि 5जी इस्तेमाल के लिए लोगों को अगले साल का इंतजार करना पड़ सकता है। वित्त मंत्री ने कहा है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी इस साल होगी। बता दें कि मई 2022 तक टेलीकॉम कंपनियों को ट्रायल की अनुमति मिली है।

ग्रामीण इलाकों में सस्ते ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए इंतजाम किए जाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक 2022-23 में डिजिटल रुपये जारी करेगा। इसके लिए ब्लॉकचेन और अन्य टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी। भारत के पहले डिजिटल करेंसी का नाम RBI डिजिटल रुपी होगा। 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार जल्द ही 5G के लिए डिजाइन आधारित निर्माण के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (PLI) की घोषणा करेगी। 5G तकनीक से नौकरी के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सस्ती ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं के लिए वार्षिक सार्वभौमिक दायित्व सेवा कोष (यूएसओ) का 5% आरएंडडी प्रदान की जाएगी। निजी दूरसंचार कंपनियां अपने समायोजित सकल राजस्व का 5% सरकार को भुगतान करती हैं। इस राशि का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में संचार सुविधाएं प्रदान करने के लिए किया जाता है।

देश की सभी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां 5जी का ट्रायल विभिन्न शहरों में कर रही हैं। जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया तीनों कंपनियां मुंबई, पुणे, गुजरात, दिल्ली और गुरुग्राम जैसे शहरों में अपने 5जी नेटवर्क का ट्रायल कर रही हैं। रिलायंस जियो ने हाल ही में कहा है कि वह जल्द ही एक हजार शहरों में 5जी लॉन्च की तैयारी कर रहा है।

कंपनी अपने 5G नेटवर्क पर हेल्थकेयर और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन के टेस्ट कर रही है। 5जी नेटवर्क पर डाटा की खपत अधिक होगी इसलिए कंपनी उच्च खपत वाले इलाकों और ग्राहकों की पहचान के लिए हीट मैप्स, 3 डी मैप्स और रे ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है।

पिछले साल नवंबर में वोडाफोन आइडिया (VI) ने लाइव ट्रायल में अपने 5जी नेटवर्क पर 4.2Gbps की स्पीड हासिल की है। यह ट्रायल पुणे में 26 नवंबर को किया गया था और यह स्पीड 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड (मिलिमीटर बैंड) पर मिली। दूरसंचार विभाग की ओर से Vi को 5जी के लिए 26GHz और 3.5GHz स्पेक्ट्रम मिला है जो कि मिलिमीटर बैंड है।

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