इस कंटेस्टेंट की वजह से हुआ झगड़ा
दरअसल जहां सभी घरवाले एक-दूसरे पर टिकट टू फिनाले में एक-दूसरे पर निशाना साधते हुए नजर आए तो वहीं प्रतीक और निशांत की दोस्ती की भी इस टास्क में परीक्षा हुई। एक तरफ जहां प्रतीक सहजपाल ने ये साफ तौर पर कहा कि वो देवोलीना को टिकट टू फिनाले रेस में नहीं देखना चाहते हैं तो वहीं निशांत उन्हें बार-बार ये समझाते हुए नजर आए कि वो अपना गेम खेलें क्योंकि वो देवोलीना को नॉमिनेट करना चाहते हैं।
निशांत को प्रतीक ने कई बार ये समझाने की कोशिश की कि वो देवोलीना को नॉमिनेट न करें लेकिन निशांत को ये बुरा लगा कि प्रतीक आज उन्हें छोड़कर गेम में देवोलीना का साथ दे रहे हैं। प्रतीक ने निशांत को कहा कि तुम और मैं गेम से पहले ही बाहर हो चुके हैं। ऐसे में ये टास्क हमारे बारे में नहीं हैं। लेकिन जब निशांत ने प्रतीक से देवोलीना को समर्थन देने का कारण पूछा तो प्रतीक ने कहा वो हमेशा मेरे लिए खड़ी हुई हैं।
निशांत ने प्रतीक से कहा कि वो उन्हें बहुत ही बेकार कारण दे रहे हैं। शुरुआत से लेकर अब तक निशांत उनका हर जगह समर्थन करते रहें हैं, ऐसे में जब निशांत चाहते हैं कि वो उनके लिए खेले तो फिर वो उनके खिलाफ क्यों खेल रहे हैं। हालांकि प्रतीक अपनी बात पर अड़े रहे और बार-बार निशांत से ये कहते हुए नजर आए कि अगर वो फिनाले टास्क में होते तो वो उनके साथ ही खेलते।
निशांत और प्रतीक के बीच देवोलीना को लेकर खूब झगड़ा हुआ, जहां निशांत ने बातों ही बातों में प्रतीक को मतलबी तक कह दिया। निशांत के ऐसा कहने के बाद प्रतीक खुद का गुस्सा रोक नहीं पाए और उनके और निशांत के बीच जमकर झगड़ा हुआ। निशांत ने प्रतीक से कहा बार-बार मेरे पास मत आकर बोल लेकिन जब वो नहीं माने तो निशांत अपना माइक फेंक कर वहां से चले गए।
हालांकि निशांत भट्ट अपने फैसले पर लगातार अड़े रहे और जब उनके और राखी की टनल में जाने की बारी आई तो उन्होंने टास्क जीत लिया और देवोलीना को बाहर करते हुए कहा कि देवोलीना न तो उनकी दोस्त हैं और न ही उन्हें उनका गेम पसंद है। वो नहीं चाहते की देवोलीना फिनाले रेस का हिस्सा बनें। इसके बाद प्रतीक और निशांत की बातचीत भी बंद हो गई।
