Sports

Australian Open 2022: नोवाक जोकोविच को वीजा विवाद के बीच मुख्य ड्रॉ में मिली जगह, प्रतिष्ठित ग्रैंडस्लैम में इस खिलाड़ी से होगा पहला मुकाबला

स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, मेलबर्न
Published by: Rajeev Rai
Updated Thu, 13 Jan 2022 12:20 PM IST

सार

Novak Djokovic in Australian Open: साल के पहले ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियाई ओपन के मुख्य ड्रॉ की घोषणा हो चुकी है। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और नौ बार के ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन नोवाक जोकोविच को भी वीजा विवाद के बीच इसमें जगह मिली है। हालांकि ड्रॉ के बावजूद अभी जोकोविच के वीजा को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार की तरफ से स्थिति साफ नहीं हुई है।

ख़बर सुनें

साल के पहले ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियाई ओपन के मुख्य ड्रॉ की घोषणा हो चुकी है। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और नौ बार के ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन नोवाक जोकोविच को भी वीजा विवाद के बीच इसमें जगह मिली है। जोकोविच का पहला मुकाबला हमवतन मिओमिर केकमानोविच से होगा। हालांकि ड्रॉ के बावजूद अभी जोकोविच के वीजा को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार की तरफ से स्थिति साफ नहीं हुई है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने जोकोविच के वीजा मामले पर सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया। वहीं आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉक की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह जोकोविच को वीजा देने या रद्द करने को लेकर अभी भी विचार कर रहे हैं और इसपर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।

 

नोवाक जोकोविच का वीजा रद्द होने के बाद उनके ऑस्ट्रेलियाई ओपन 2022 में हिस्सा लेने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी। लेकिन जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार के खिलाफ वहां के कोर्ट में लड़ाई लड़ी और केस जीतने में सफल रहे। सोमवार को मेलबर्न कोर्ट में हुई सुनवाई में बेंच ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार के उस फैसले को गलत माना, जिसमें जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया गया था। इसके बाद कोर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार को आदेश दिया कि नोवाक जोकोविच का पासपोर्ट समेत सभी सामानों को तुरंत वापस लौटाया जाए। वीजा रद्द होने के बाद जोकोविच चार दिन तक आव्रजन विभाग के होटल में रुके थे। जोकोविच पर कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने का आरोप था, जबकि ऑस्ट्रेलिया में इसको लेकर सख्त कानून है।

जोकोविच ने अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाई है और उन्होंने इसे निजी मामला बताते हुए ऑस्ट्रेलियाई ओपन के नियमों को मानने से इन्कार कर दिया था। जोकोविच ने मेडिकल परेशानी का हवाला देते हुए कहा कि वो फिलहाल वैक्सीन नहीं लगवा सकते। इस आधार पर उन्हें ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने की छूट मिल गई थी, लेकिन जोकोविच के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उनसे मेडिकल परेशानी के सबूत मांगे गए। यहां पर उनकी तरफ से कहा गया कि 16 दिसंबर को ही उन्हें कोरोना हुआ था। ऐसे में वो फिलहाल वैक्सीन नहीं लगवा सकते। इसके बाद उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया और उनका वीजा रद्द कर दिया गया। जोकोविच ने वीजा रद्द करने के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी और सुनवाई के बाद अदालत ने जोकोविच को सही ठहराया। इसके बाद उनके ऑस्ट्रेलियन ओपेन में खेलने का रास्ता भी साफ हो गया।

विक्टोरिया प्रदेश सरकार ने 17 जनवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन में सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों, अधिकारियों और दर्शकों को प्रवेश की अनुमति दी है जिन्हें कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं। 

विस्तार

साल के पहले ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियाई ओपन के मुख्य ड्रॉ की घोषणा हो चुकी है। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और नौ बार के ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन नोवाक जोकोविच को भी वीजा विवाद के बीच इसमें जगह मिली है। जोकोविच का पहला मुकाबला हमवतन मिओमिर केकमानोविच से होगा। हालांकि ड्रॉ के बावजूद अभी जोकोविच के वीजा को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार की तरफ से स्थिति साफ नहीं हुई है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने जोकोविच के वीजा मामले पर सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया। वहीं आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉक की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह जोकोविच को वीजा देने या रद्द करने को लेकर अभी भी विचार कर रहे हैं और इसपर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।

 


नोवाक जोकोविच का वीजा रद्द होने के बाद उनके ऑस्ट्रेलियाई ओपन 2022 में हिस्सा लेने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी। लेकिन जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार के खिलाफ वहां के कोर्ट में लड़ाई लड़ी और केस जीतने में सफल रहे। सोमवार को मेलबर्न कोर्ट में हुई सुनवाई में बेंच ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार के उस फैसले को गलत माना, जिसमें जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया गया था। इसके बाद कोर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार को आदेश दिया कि नोवाक जोकोविच का पासपोर्ट समेत सभी सामानों को तुरंत वापस लौटाया जाए। वीजा रद्द होने के बाद जोकोविच चार दिन तक आव्रजन विभाग के होटल में रुके थे। जोकोविच पर कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने का आरोप था, जबकि ऑस्ट्रेलिया में इसको लेकर सख्त कानून है।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: