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Astrology: समाज में मान सम्मान और आयु में वृद्धि दिलाता है शश योग, आपकी कुंडली में तो नहीं बन रहा यह योग
ज्योतिष डेस्क, अमरउजाला, नई दिल्ली
Published by: श्वेता सिंह
Updated Mon, 17 Jan 2022 11:47 AM IST
सार
जहां कुछ ग्रह नकारात्मक योग बनाते हैं वहीं कुछ ग्रह शुभ योग भी बनाते हैं। इन्हीं शुभ योग में से एक योग है शश योग। शश योग मुख्यत: कुंडली में शनि ग्रह की विशेष स्थिति के कारण बनता है।
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Astrology: वैदिक ज्योतिष के आधार पर कुंडली पर ग्रहों का घर प्रभाव पड़ता है। ग्रह नक्षत्रों के माध्यम से ही आपकी कुंडली में योगों का निर्माण होता है। व्यक्ति की कुंडली पर ग्रहों के सकारात्मक और नकारात्मक स्थिति का भी असर होता है। जहां कुछ ग्रह नकारात्मक योग बनाते हैं वहीं कुछ ग्रह शुभ योग भी बनाते हैं। इन्हीं शुभ योग में से एक योग है शश योग। शश योग मुख्यत: कुंडली में शनि ग्रह की विशेष स्थिति के कारण बनता है। आइए जानते हैं शश योग का निर्माण कैसे होता है और इसका व्यक्ति की कुंडली पर कैसा प्रभाव पड़ता है।
शश योग का निर्माण
वैदिक ज्योतिष के अनुसार पांच महापुरुष राजयोग होते हैं। यह योग हैं-रूचक योग, भद्र योग, हंस योग, मालव्य योग एवं शश योग। शश योग का किसी भी लग्न कुंडली में होना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस योग का निर्माण शनि ग्रह द्वारा कुछ विशेष परिस्थितियों में होता है और जातक की कुंडली में यह योग अत्यंत शुभ फल देता है। यदि शनि लग्न भाव से या चंद्र भाव से केंद्र स्थान पर हो यानि शनि यदि किसी कुंडली में लग्न अथवा चंद्रमा से 1, 4, 7 या 10वें स्थान में तुला, मकर या कुंभ राशि में स्थित हो तो ऐसी कुंडली में शश योग का निर्माण होता है।
शश योग का कुंडली पर प्रभाव
- जिस कुंडली में यह योग हो वह जातक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है। ऐसा व्यक्ति राजनीतिक क्षेत्र में भी शीर्ष पदों तक पहुंचता है और नाम कमाता है।
- जिस व्यक्ति की कुंडली में शश योग बनता है उसे उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है।
- शश योग का निर्माण होने से व्यक्ति के अंदर छिपी हुई बातों को जानने की क्षमता शनि देव प्रदान करते हैं।
- शश योग के प्रभाव से व्यक्ति सामाजिक जीवन में बड़ा प्रतिष्ठित पद हासिल करता है।
- जिन व्यक्तियों की कुंडली में शश योग का निर्माण हो रहा हो तो ऐसे व्यक्ति बड़े सरकारी अफसर, अभियंता, जज, वकील बनते हैं।
- इस योग वाले लोग भूमि, भवन संबंधी कार्यों में सफलता अर्जित करते हैं।
विस्तार
Astrology: वैदिक ज्योतिष के आधार पर कुंडली पर ग्रहों का घर प्रभाव पड़ता है। ग्रह नक्षत्रों के माध्यम से ही आपकी कुंडली में योगों का निर्माण होता है। व्यक्ति की कुंडली पर ग्रहों के सकारात्मक और नकारात्मक स्थिति का भी असर होता है। जहां कुछ ग्रह नकारात्मक योग बनाते हैं वहीं कुछ ग्रह शुभ योग भी बनाते हैं। इन्हीं शुभ योग में से एक योग है शश योग। शश योग मुख्यत: कुंडली में शनि ग्रह की विशेष स्थिति के कारण बनता है। आइए जानते हैं शश योग का निर्माण कैसे होता है और इसका व्यक्ति की कुंडली पर कैसा प्रभाव पड़ता है।