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साइबर अटैक: रूसी हैकरों ने की अमेरिकी संघीय अभियोजकों के ई-मेल में सेंधमारी

एजेंसी, वाशिंगटन
Published by: देव कश्यप
Updated Sun, 01 Aug 2021 02:15 AM IST

सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया

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अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने बताया कि विशाल ‘सोलर विंड्स’ साइबर जासूसी अभियान के पीछे जिन रूसी हैकरों का हाथ माना जा रहा है, उन्होंने ही पिछले साल देश के कुछ प्रमुख संघीय अभियोजकों के कार्यालयों के ई-मेल खातों में सेंधमारी की थी। मंत्रालय ने कहा कि न्यूयॉर्क में ही चार अमेरिकी अटॉर्नी दफ्तरों में कर्मचारियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 80 फीसदी माइक्रोसॉफ्ट ई-मेल खातों में सेंधमारी हुई है।

अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने बताया कि कुल 27 अमेरिकी अटॉर्नी दफ्तरों में कम से कम एक कर्मचारी के ई-मेल अकाउंट में हैकिंग अभियान के दौरान सेंध लगाई गई थी। मंत्रालय का मानना है कि इन सारे खातों पर सात मई से 27 दिसंबर, 2020 के बीच नजर रखी गई।

यह समयावधि गौर करने लायक है क्योंकि सोलरविंड्स अभियान जिसने निजी क्षेत्र की कई कंपनियों और थिंक टैंक के साथ-साथ अमेरिकी सरकार की कम से कम नौ एजेंसियों में घुसपैठ की थी, उसका पहली बार पता मध्य दिसंबर में चला था। अप्रैल में बाइडन प्रशासन ने सोलरविंड्स हैकिंग और 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के जवाब में रूस के राजनयिकों के निष्कासन समेत कई प्रतिबंधों की घोषणा की। जबकि रूस ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है।

ई-मेलों में होती हैं संवेदनशील जानकारियां
कोलंबिया लॉ स्कूल में व्याख्याता, जेनिफर रोडगर्स ने बताया कि जब वह न्यूयॉर्क में संघीय अभियोजक हुआ करती थीं उस वक्त कार्यालयी ई-मेलों में अक्सर सभी प्रकार की संवेदनशील जानकारियां होती थीं। इनमें किसी मामले में रणनीतिक चर्चाएं और गोपनीय सूचनाएं देने वालों के नाम आदि होते हैं।

विस्तार

अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने बताया कि विशाल ‘सोलर विंड्स’ साइबर जासूसी अभियान के पीछे जिन रूसी हैकरों का हाथ माना जा रहा है, उन्होंने ही पिछले साल देश के कुछ प्रमुख संघीय अभियोजकों के कार्यालयों के ई-मेल खातों में सेंधमारी की थी। मंत्रालय ने कहा कि न्यूयॉर्क में ही चार अमेरिकी अटॉर्नी दफ्तरों में कर्मचारियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 80 फीसदी माइक्रोसॉफ्ट ई-मेल खातों में सेंधमारी हुई है।

अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने बताया कि कुल 27 अमेरिकी अटॉर्नी दफ्तरों में कम से कम एक कर्मचारी के ई-मेल अकाउंट में हैकिंग अभियान के दौरान सेंध लगाई गई थी। मंत्रालय का मानना है कि इन सारे खातों पर सात मई से 27 दिसंबर, 2020 के बीच नजर रखी गई।

यह समयावधि गौर करने लायक है क्योंकि सोलरविंड्स अभियान जिसने निजी क्षेत्र की कई कंपनियों और थिंक टैंक के साथ-साथ अमेरिकी सरकार की कम से कम नौ एजेंसियों में घुसपैठ की थी, उसका पहली बार पता मध्य दिसंबर में चला था। अप्रैल में बाइडन प्रशासन ने सोलरविंड्स हैकिंग और 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के जवाब में रूस के राजनयिकों के निष्कासन समेत कई प्रतिबंधों की घोषणा की। जबकि रूस ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है।

ई-मेलों में होती हैं संवेदनशील जानकारियां

कोलंबिया लॉ स्कूल में व्याख्याता, जेनिफर रोडगर्स ने बताया कि जब वह न्यूयॉर्क में संघीय अभियोजक हुआ करती थीं उस वक्त कार्यालयी ई-मेलों में अक्सर सभी प्रकार की संवेदनशील जानकारियां होती थीं। इनमें किसी मामले में रणनीतिक चर्चाएं और गोपनीय सूचनाएं देने वालों के नाम आदि होते हैं।

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