न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गुवाहाटी
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Sat, 26 Feb 2022 11:13 PM IST
सार
तीन दिन की यात्रा पर असम पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को यहां के तेजपुर विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए । समारोह में अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि विश्वविद्यालय शिक्षा के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहा है।
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विस्तार
अपने संबोधन के दौरान कोविंद ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि आज लगभग 1,250 छात्रों ने स्नातक किया है, जिनमें से लगभग 45 प्रतिशत महिलाएं हैं। जिन 47 छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है, उनमें से 27 लड़कियां हैं और यह कुल स्वर्ण पदक विजेताओं की संख्या के आधे से अधिक है।
उन्होंने कहा कि मैंने देखा है कि अधिकांश दीक्षांत समारोहों में हमारी बेटियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। इस विशिष्ट उपल्ब्धि पर मैं प्रत्येक बेटी को इसके लिए अपनी विशेष बधाई देता हूं। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय को नवाचार का प्रमुख केंद्र बनाने का आग्रह भी किया।
अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने असम के गांवों में पेयजल उपल्ब्ध कराने को लेकर तेजपुर विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सरहना भी की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आबादी के साथ छात्रों की भागीदारी यूएसआर की प्रमुख विशेषताओं में से एक है। तेजपुर विश्वविद्यालय इस पहल के तहत कुछ गांवों को उनके समग्र विकास में मदद के लिए गोद ले सकता है। कोविंद ने कहा कि भारत के पूर्वी हिस्से, खासकर पूर्वोत्तर के लिए विकास की पहल पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने असम सरकार के जैव विविधता के संरक्षण की पहल की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि वह इसे देखने के लिए काजीरंगा नेशनल पार्क भी जाएंगे। संबोधन के दौरान राष्ट्रपति ने असम के प्रसिद्ध जोहा चावल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसका स्वाद कभी न भूलने वाला होता है।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने देश भर के छात्रों के व्यक्तिगत सीखने के अनुभव के साथ विश्व स्तरीय सार्वभौमिक शिक्षा तक पहुंच बनाने के लिए एक डिजिटल विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस डिजिटल विश्वविद्यालय में विभिन्न भारतीय भाषाओं शिक्षा प्रदान की जाएगी। असमिया और पूर्वोत्तर की अन्य भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल सामग्री प्रदान करके तेजपुर विश्वविद्यालय इस पहल में अपना सक्रिय योगदान दे सकता है।