वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, सियालकोट
Published by: मुकेश कुमार झा
Updated Sat, 04 Dec 2021 11:50 AM IST
पाकिस्तान के प्रमुख अखबारों ने भी सियालकोट की इस घटना की घोर निंदा की है। दरअसल, शुक्रवार को भीड़ ने एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।इसके बाद उसके शव को जला दिया।
पाकिस्तान के सियालकोट में शुक्रवार को भीड़ ने एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद उसके शव को जला दिया। इस घटना को लेकर पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो रही है। अन्य देशों को तो छोड़ दीजिए अपने ही देश के लोग इस घटना को निंदनीय और शर्मसार कर देने वाली बता रही है। पाकिस्तान के राष्ट्रपित से लेकर प्रधानमंत्री इनरान खान तक ने इस घटना की निंदा की। मुल्क के वजीर-ए-आजम इमरान खान ने इस घटना को पाकिस्तान के लिए काला दिन बताया। वहीं, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ट्वीट कर कहा कि सियालकोट की घटना निश्चित रूप से बहुत दुखद और शर्मनाक है और किसी भी तरह से धार्मिक नहीं है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के प्रमुख अखबारों ने भी सियालकोट की इस घटना की घोर निंदा की है। इस क्रम में ‘द नेशन’ ने इसे ‘राष्ट्रीय शर्म का दिन’ बताया। डॉन ने इसे मुल्क के लिए काला दिन करारा दिया। वहीं, पाकिस्तान टूडे ने इस घटना को ईशनिंदा के आरोपों से जुड़ा हुआ बताया है।
श्रीलंकाई मूल के जिस नागरिक (प्रियांथा कुमारा) की पाकिस्तान में पीट-पीटकर हत्या की गई वह यहां के एक कारखाने में बतौर प्रबंधक कार्यरत थे। यह भी कहा जा रहा है कि यह मामला कथित ईशनिंदा से जुड़ा था। इस मामले में अब तक 100 से अधिक लोगों को की गिरफ्तारी हो चुकी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस घटना में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच जारी है। इसमें शामिल लोगों को कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। उधर, श्रीलंका के युवा मामलों के मंत्री नमल राजपक्षा ने कहा कि पाकिस्तान में चरमपंथी भीड़ द्वारा प्रियंता दियावदाना की निर्मम हत्या समझ से बाहर है। हालांकि मुझे पीएम इमरान के वादे पर भरोसा है जिन्होंने जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाने का वादा किया है।
विस्तार
पाकिस्तान के सियालकोट में शुक्रवार को भीड़ ने एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद उसके शव को जला दिया। इस घटना को लेकर पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो रही है। अन्य देशों को तो छोड़ दीजिए अपने ही देश के लोग इस घटना को निंदनीय और शर्मसार कर देने वाली बता रही है। पाकिस्तान के राष्ट्रपित से लेकर प्रधानमंत्री इनरान खान तक ने इस घटना की निंदा की। मुल्क के वजीर-ए-आजम इमरान खान ने इस घटना को पाकिस्तान के लिए काला दिन बताया। वहीं, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ट्वीट कर कहा कि सियालकोट की घटना निश्चित रूप से बहुत दुखद और शर्मनाक है और किसी भी तरह से धार्मिक नहीं है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के प्रमुख अखबारों ने भी सियालकोट की इस घटना की घोर निंदा की है। इस क्रम में ‘द नेशन’ ने इसे ‘राष्ट्रीय शर्म का दिन’ बताया। डॉन ने इसे मुल्क के लिए काला दिन करारा दिया। वहीं, पाकिस्तान टूडे ने इस घटना को ईशनिंदा के आरोपों से जुड़ा हुआ बताया है।
श्रीलंकाई मूल के जिस नागरिक (प्रियांथा कुमारा) की पाकिस्तान में पीट-पीटकर हत्या की गई वह यहां के एक कारखाने में बतौर प्रबंधक कार्यरत थे। यह भी कहा जा रहा है कि यह मामला कथित ईशनिंदा से जुड़ा था। इस मामले में अब तक 100 से अधिक लोगों को की गिरफ्तारी हो चुकी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस घटना में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच जारी है। इसमें शामिल लोगों को कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। उधर, श्रीलंका के युवा मामलों के मंत्री नमल राजपक्षा ने कहा कि पाकिस्तान में चरमपंथी भीड़ द्वारा प्रियंता दियावदाना की निर्मम हत्या समझ से बाहर है। हालांकि मुझे पीएम इमरान के वादे पर भरोसा है जिन्होंने जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाने का वादा किया है।