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विश्व हिंदी दिवसः हिंदी पाठकों के बीच छा गया देसी एप कू, 75 देशों के लोग हिंदी में करते हैं पोस्ट

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Mon, 10 Jan 2022 01:15 PM IST

सार

फिलहाल कू एप पर दुनिया के 75 देशों के यूजर्स कू पर अपने पोस्ट करते हैं। कू एप के डाउनलोड्स की संख्या दो करोड़ के पार पहुंच गई है।

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आज विश्व हिंदी दिवस है। सोशल मीडिया के तेजी से बढ़ते दायरे ने हिंदी को प्रमुखता से पेश किया है। पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया पर हिंदी का जलवा जबरदस्त तरीके से देखने को मिल रहा है। इसमें सोशल मीडिया कंपनियां भी अपना सहयोग दे रही हैं। मेड-इन-इंडिया माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo भी इन्हीं में से एक है जिसका मकसद ही तमाम भाषाओं के लोगों को जोड़ना रहा है। फिलहाल कू एप पर दुनिया के 75 देशों के यूजर्स कू पर अपने पोस्ट करते हैं। कू एप के डाउनलोड्स की संख्या दो करोड़ के पार पहुंच गई है।

कंपनी के एक बयान के मुताबिक हिंदी समेत 10 भाषाओं में लॉन्च किए जा चुके Koo App पर हिंदी सर्वाधिक लोकप्रिय भाषा के रूप में मौजूद है। भारत ही नहीं दुनिया में इस एप पर हिंदी Koo करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। फिलहाल इस मंच पर अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नाइजीरिया, यूएई, नेपाल, ईरान समेत 75 देशों से यूजर्स हिंदी में Koo करके अपने दिल की बात ऑनलाइन रखते हैं। इस देसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने लॉन्चिंग के 21 महीने में ही 2 करोड़ डाउनलोड्स का आंकडा़ पार कर लिया है। इस एप पर फिलहाल हिंदी यूजर्स की कुल संख्या 76 लाख है। 

भारत में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र हिंदी में Koo करने वाले टॉप हिंदी प्रदेश हैं। अगर शहरों की बात करें तो Koo App पर 45 से ज्यादा फीसदी लोग टियर-1 शहरों से हिंदी में अपनी पोस्ट करते हैं, जबकि टियर 2 और टियर 3 शहरों से 55 फीसदी यूजर्स हिंदी पोस्ट करते हैं। अगर बात करें हिंदी में Koo करने वाले इन शहरों की तो इनमें सबसे ऊपर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम है।

इसके अलावा अगर हिंदी में Koo करने वाले यूजर्स के व्यवसाय को देखें तो टॉप सूची में प्रोफेशनल, कवि, अभिनेता, समाजसेवी/एक्टिविस्ट, बिजनेस ओनर्स, लेखक, छात्र, शिक्षक, राजनेता, पत्रकार और मीडिया शामिल हैं। इस ऐप पर तमाम क्षेत्रों से देश की दिग्गज हस्तियां नियमित रूप से अपनी जुबान में Koo करती हैं और लोगों से संवाद स्थापित करती हैं। Koo App पर तेजी से जुड़ते नए यूजर्स के साथ इस वर्ष डाउनलोड का आंकड़ा 10 करोड़ पार होने की उम्मीद है।

इस संबंध में Koo App के प्रवक्ता ने कहा, “विश्व हिंदी दिवस के मौके पर हमें यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि इस पर मंच 75 देशों के यूजर्स हिंदी में चर्चा करते हैं। यह एप ना केवल भारत बल्कि दुनियाभर के हिंदी बोलने वालों को एक साथ जोड़ता है, जो हमारे मकसद से मेल खाता है। Koo App भाषाओं को लोकतांत्रिक करता है और दुनिया में इस मंच पर हिंदी का भी प्रमुख स्थान है। आने वाले वक्त में Koo App हिंदी समेत अन्य भारतीय भाषाओं को और सशक्त बनाने के लिए कई और फीचर्स पेश करेगा।”

विस्तार

आज विश्व हिंदी दिवस है। सोशल मीडिया के तेजी से बढ़ते दायरे ने हिंदी को प्रमुखता से पेश किया है। पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया पर हिंदी का जलवा जबरदस्त तरीके से देखने को मिल रहा है। इसमें सोशल मीडिया कंपनियां भी अपना सहयोग दे रही हैं। मेड-इन-इंडिया माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo भी इन्हीं में से एक है जिसका मकसद ही तमाम भाषाओं के लोगों को जोड़ना रहा है। फिलहाल कू एप पर दुनिया के 75 देशों के यूजर्स कू पर अपने पोस्ट करते हैं। कू एप के डाउनलोड्स की संख्या दो करोड़ के पार पहुंच गई है।

कंपनी के एक बयान के मुताबिक हिंदी समेत 10 भाषाओं में लॉन्च किए जा चुके Koo App पर हिंदी सर्वाधिक लोकप्रिय भाषा के रूप में मौजूद है। भारत ही नहीं दुनिया में इस एप पर हिंदी Koo करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। फिलहाल इस मंच पर अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नाइजीरिया, यूएई, नेपाल, ईरान समेत 75 देशों से यूजर्स हिंदी में Koo करके अपने दिल की बात ऑनलाइन रखते हैं। इस देसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने लॉन्चिंग के 21 महीने में ही 2 करोड़ डाउनलोड्स का आंकडा़ पार कर लिया है। इस एप पर फिलहाल हिंदी यूजर्स की कुल संख्या 76 लाख है। 

भारत में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र हिंदी में Koo करने वाले टॉप हिंदी प्रदेश हैं। अगर शहरों की बात करें तो Koo App पर 45 से ज्यादा फीसदी लोग टियर-1 शहरों से हिंदी में अपनी पोस्ट करते हैं, जबकि टियर 2 और टियर 3 शहरों से 55 फीसदी यूजर्स हिंदी पोस्ट करते हैं। अगर बात करें हिंदी में Koo करने वाले इन शहरों की तो इनमें सबसे ऊपर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम है।

इसके अलावा अगर हिंदी में Koo करने वाले यूजर्स के व्यवसाय को देखें तो टॉप सूची में प्रोफेशनल, कवि, अभिनेता, समाजसेवी/एक्टिविस्ट, बिजनेस ओनर्स, लेखक, छात्र, शिक्षक, राजनेता, पत्रकार और मीडिया शामिल हैं। इस ऐप पर तमाम क्षेत्रों से देश की दिग्गज हस्तियां नियमित रूप से अपनी जुबान में Koo करती हैं और लोगों से संवाद स्थापित करती हैं। Koo App पर तेजी से जुड़ते नए यूजर्स के साथ इस वर्ष डाउनलोड का आंकड़ा 10 करोड़ पार होने की उम्मीद है।

इस संबंध में Koo App के प्रवक्ता ने कहा, “विश्व हिंदी दिवस के मौके पर हमें यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि इस पर मंच 75 देशों के यूजर्स हिंदी में चर्चा करते हैं। यह एप ना केवल भारत बल्कि दुनियाभर के हिंदी बोलने वालों को एक साथ जोड़ता है, जो हमारे मकसद से मेल खाता है। Koo App भाषाओं को लोकतांत्रिक करता है और दुनिया में इस मंच पर हिंदी का भी प्रमुख स्थान है। आने वाले वक्त में Koo App हिंदी समेत अन्य भारतीय भाषाओं को और सशक्त बनाने के लिए कई और फीचर्स पेश करेगा।”

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