न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Thu, 13 Jan 2022 09:50 PM IST
सार
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, सेना की जंग वाली नई वर्दी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की मदद से डिजाइन किया गया है। इसके लिए 15 पैटर्न्स, आठ डिजाइन और चार फैब्रिक्स के विकल्पों से गुजरा गया।
सोशल मीडिया पर सेना की कॉम्बैट यूनिफॉर्म (बाएं वाली तस्वीर) की जगह लिट्टे की यूनिफॉर्म (दाएं) को भारतीय सेना का बताया जा रहा है।
– फोटो : ANI
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विस्तार
केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर सेना की नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म के बारे में फैलाई जा रही गलत जानकारियों पर नाराजगी जाहिर की है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय सेना की नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म के बारे में भ्रांति फैलाई जा रही है कि यह श्रीलंका के उग्रवादी संगठन लिट्टे की तर्ज पर डिजाइन हुई है। जबकि सच्चाई यह है कि भारतीय सेना की नई ड्रेस कैमूफ्लाज पैटर्न पर बनी है, जिसकी छवि फिल्टर लगाकर बिगाड़ने की कोशिश की गई है।
फर्जी यूनिफॉर्म की तस्वीरों पर क्या बोली सरकार?
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, सेना की जंग वाली नई वर्दी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की मदद से डिजाइन किया गया है। इसके लिए 15 पैटर्न्स, आठ डिजाइन और चार फैब्रिक्स के विकल्पों से गुजरा गया। लेकिन सोशल मीडिया पर दुर्भावनापूर्ण तरीके से फिल्टर का इस्तेमाल करते हुए कॉम्बैट यूनिफॉर्म की गलत तस्वीर और इसके बारे में गलत जानकारी पेश की जा रही है।