रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। पूरी दुनिया इन दिनों यूक्रेन पर पल-पल का अपडेट रख रही है। वहां फंसे लोग अपने-अपने देश वापस लौटने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। हर देश वहां फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए अभियान चला रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी जान बचाने के साथ-साथ अपने पालतू जानवरों की जान की भी चिंता कर रहे हैं।
अखिल राधाकृष्णन हंगरी के रास्ते भारत लौट रहे
ऐसा ही एक वाकया हम आपसे साझा कर रहे हैं। 21 वर्षीय अखिल राधाकृष्णन हंगरी के रास्ते भारत लौट रहे हैं। वे इस बात से खुश हैं कि दूतावास उन्हें अपनी बिल्ली अम्मिनी को साथ ले जाने की अनुमति दे दी है।
4 महीने पहले एक वरिष्ठ से लिया था
अखिल राधाकृष्णन ने अपनी बिल्ली के बारे में बताया कि वह प्यारी है और हम एक-दूसरे के साथ ही रहते हैं। मैंने उसे लगभग 4 महीने पहले एक वरिष्ठ से लिया था।
वतन वापसी की खुशी
उन्होंने बुडापेस्ट में कहा कि हम अपने वतन वापस जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि अम्मिनी भी मेरे साथ है। मैं इसे इन हालात में किसी के सहारे नहीं छोड़ सकता था।
सिंधिया ने दी ताजा जानकारी
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि रोमानिया और मोल्दोवा से पिछले 7 दिनों में 6,222 भारतीयों को निकाला गया। छात्रों को बुखारेस्ट (सीमा से 500 किमी) के बजाय सुसेवा (सीमा से 50 किमी) में उड़ानें संचालित करने के लिए लाया गया। अगले 2 दिनों में 1,050 छात्रों को निकाला जाएगा।