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यूक्रेन पर कौन कर रहा हमला?: रूसी राष्ट्रपति मुकरे, बोले- हम नहीं कर रहे बमबारी, जेलेंस्की से बातचीत के लिए रखीं ये तीन शर्तें

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मॉस्को
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sat, 05 Mar 2022 10:00 AM IST

सार

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बात से इनकार किया है कि रूसी सेना यूक्रेनी शहरों पर बमबारी कर रही थी। पुतिन ने इस तरह की जानकारी को फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया।

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यूक्रेन और रूस के बीच लगातार 10 दिनों से युद्ध जारी है। दोनों देश युद्ध विराम को तैयार नहीं हो रहे। इन सब के बीच जहां यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की झुकने के मूड में नजर नहीं आ रहे वहीं पुतिन ने बड़ा बयान देकर एक बार फिर से माहौल गर्म कर दिया। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन के शहरों पर बमबारी की खबरें गलत और फर्जी हैं। वहां हमने किसी तरह की बमबारी नहीं की है। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ एक फोन कॉल में साफ इनकार किया है कि रूसी सेना यूक्रेनी शहरों पर बमबारी कर रही थी।

यूक्रेन यदि इन तीन शर्तों को मानता है तो ही होगी बात: पुतिन
पुतिन ने साफ किया है कि यूक्रेन पर बातचीत तभी संभव है, जब उनकी मांगें मान ली जाएं। पुतिन ने इस बात की पुष्टि की है कि रूस के लिए यूक्रेनी पक्ष और अन्य सभी के साथ वार्ता का विकल्प खुला है। लेकिन शर्त है कि रूस की तीन मांगों को मान लिया जाए। पुतिन ने जो शर्तें रखी हैं उनमें पहली है यूक्रेन का तटस्थ औऱ गैर परमाणु देश होना वहीं दूसरी शर्त यूक्रेन द्वारा क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना। तीसरी और अंतिम शर्त पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों की संप्रभुता है। रूसी राष्ट्रपतिभवन क्रेमलिन ने कहा कि आशा व्यक्त की गई है कि नियोजित तीसरे दौर की वार्ता के दौरान, कीव के प्रतिनिधि एक उचित और रचनात्मक रुख अपनाएंगे।

रूसी संसद का दावा- जेलेंस्की देश छोड़कर पोलैंड जा चुके 
इस बीच रूसी संसद ड्यूमा के स्पीकर ने दावा किया है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्डोमीर जेलेंस्की देश छोड़कर पोलैंड जा चुके हैं। हालांकि यूक्रेनी प्रशासन ने इससे इंकार किया है।

10वें दिन में पहुंची जंग
रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग दसवें दिन में पहुंच चुकी है। इस बीच रूस यूक्रेन के बहुत से हिस्से पर अपना कब्जा जमा चुका है। यहां तक कि, शुक्रवार को उसने जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर भी अपना कब्जा जमा लिया है। यूरोप के इस सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट से यूक्रेन का करीब 25 से 30 प्रतिशत ऊर्जा का उत्पादन होता था। रूस के इस कदम पर जेलेंस्की का कहना है कि न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा यूक्रेन के इतिहास, उसके विकास को रोक सकते हैं। 

विस्तार

यूक्रेन और रूस के बीच लगातार 10 दिनों से युद्ध जारी है। दोनों देश युद्ध विराम को तैयार नहीं हो रहे। इन सब के बीच जहां यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की झुकने के मूड में नजर नहीं आ रहे वहीं पुतिन ने बड़ा बयान देकर एक बार फिर से माहौल गर्म कर दिया। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन के शहरों पर बमबारी की खबरें गलत और फर्जी हैं। वहां हमने किसी तरह की बमबारी नहीं की है। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ एक फोन कॉल में साफ इनकार किया है कि रूसी सेना यूक्रेनी शहरों पर बमबारी कर रही थी।

यूक्रेन यदि इन तीन शर्तों को मानता है तो ही होगी बात: पुतिन

पुतिन ने साफ किया है कि यूक्रेन पर बातचीत तभी संभव है, जब उनकी मांगें मान ली जाएं। पुतिन ने इस बात की पुष्टि की है कि रूस के लिए यूक्रेनी पक्ष और अन्य सभी के साथ वार्ता का विकल्प खुला है। लेकिन शर्त है कि रूस की तीन मांगों को मान लिया जाए। पुतिन ने जो शर्तें रखी हैं उनमें पहली है यूक्रेन का तटस्थ औऱ गैर परमाणु देश होना वहीं दूसरी शर्त यूक्रेन द्वारा क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना। तीसरी और अंतिम शर्त पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों की संप्रभुता है। रूसी राष्ट्रपतिभवन क्रेमलिन ने कहा कि आशा व्यक्त की गई है कि नियोजित तीसरे दौर की वार्ता के दौरान, कीव के प्रतिनिधि एक उचित और रचनात्मक रुख अपनाएंगे।

रूसी संसद का दावा- जेलेंस्की देश छोड़कर पोलैंड जा चुके 

इस बीच रूसी संसद ड्यूमा के स्पीकर ने दावा किया है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्डोमीर जेलेंस्की देश छोड़कर पोलैंड जा चुके हैं। हालांकि यूक्रेनी प्रशासन ने इससे इंकार किया है।

10वें दिन में पहुंची जंग

रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग दसवें दिन में पहुंच चुकी है। इस बीच रूस यूक्रेन के बहुत से हिस्से पर अपना कब्जा जमा चुका है। यहां तक कि, शुक्रवार को उसने जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर भी अपना कब्जा जमा लिया है। यूरोप के इस सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट से यूक्रेन का करीब 25 से 30 प्रतिशत ऊर्जा का उत्पादन होता था। रूस के इस कदम पर जेलेंस्की का कहना है कि न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा यूक्रेन के इतिहास, उसके विकास को रोक सकते हैं। 

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