न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Tue, 08 Mar 2022 12:29 PM IST
सार
पश्चिम अफ्रीकी देश माली अफ्रीका का आठवां बड़ा देश है। यह लंबे से अशांति,आतंकवाद व विद्रोह का सामना कर रहा है। यह 10 सालों से जेहादी आंदोलनों से भी जूझ रहा है।
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विस्तार
मंगलवार को नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने इस हमले की कड़ी निंदा की। हमला मोप्ती के मध्य क्षेत्र के मोंडोरो में हुआ। गत शुक्रवार को हुए हमले में कम से कम 27 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 33 जवान घायल हो गए। पश्चिम अफ्रीकी देश माली अफ्रीका का आठवां बड़ा देश है। यह लंबे से अशांति,आतंकवाद व विद्रोह का सामना कर रहा है।
कार बम से किया धमाका
माली की सेना ने बताया कि 21 जवानों की हालत गंभीर है। हमला मोंडोरो सैन्य शिविार पर किया गया, जो बुर्किना फासो और माली की सीमा पर स्थित है। आतंकवादियों ने सेना के शिविर को उड़ाने के लिए कार बम का इस्तेमाल किया। हमलावरों ने टैंकों सहित 21 वाहनों को जब्त कर लिया। हमले के समय शिविर में 150 सैनिक थे।
सेना की जवाबी कार्रवाई में 70 आतंकी ढेर
सेना के शिविर पर हमले के बाद जवाबी कार्रवाई में 70 आतंकवादियों को मार गिराया गया। अल कायदा और इस्लामिक स्टेट दोनों ही आतंकवादी संगठन मध्य माली में सक्रिय हैं। माली 10 सालों से जेहादी आंदोलनों से जूझ रहा है। 2012 में अल कायदा आतंकवादियों ने उत्तरी रेगिस्तान पर कब्जा कर लिया था। तब फ्रांस ने वहां बमबारी कर माली की मदद की थी। इस क्षेत्र को आतंकियों से मुक्त करा दिया गया था। इसके बाद माली ने अपनी सेना वहां तैनात की थी, लेकिन इसके बाद आतंकी उसे निशाना बना रहे हैं।
