एजेंसी, कुआलालंपुर
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 16 Dec 2021 12:36 AM IST
सार
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि म्यांमार में तख्तापलट से 10 महीनों में म्यांमार के हालात बदतर हो गए हैं। इस दौरान यहां व्यापक पैमाने पर गिरफ्तारियां और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा हुई है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन
– फोटो : twitter.com/SecBlinken
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि म्यांमार में तख्तापलट से बाधित लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहाल करने के लिए देश के सैन्य नेताओं पर दबाव बनाने के मकसद से बाइडन प्रशासन देश पर कड़े नए प्रतिबंध लगाने को तैयार है। उन्होंने कहा, 10 महीनों में म्यांमार के हालात बदतर हो गए हैं। इस दौरान यहां व्यापक पैमाने पर गिरफ्तारियां और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा हुई है।
रोहिंग्या आबादी के खिलाफ दमन को नरसंहार के तौर पर देख रहा बाइडन प्रशासन
उन्होंने कहा कि प्रशासन म्यांमार की रोहिंग्या मुस्लिम आबादी के खिलाफ चल रहे दमन को ‘नरसंहार’ के तौर पर देख रहा है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि आने वाले हफ्तों और महीनों में यह देखना बहुत अहम होगा कि हम व्यक्तिगत रूप से, सामूहिक रूप से देश को लोकतांत्रिक रास्ते पर वापस लाने के उद्देश्य से सैन्य शासन पर दबाव बनाने के वास्ते क्या और अतिरिक्त कदम उठा सकते हैं।
ब्लिंकन ने बुधवार को मलेशिया में यह टिप्पणी की। वे दक्षिण पूर्व एशिया की तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मलेशिया दौरे पर हैं। ब्लिंकन से विशेष रूप से म्यांमार में सरकार द्वारा संचालित तेल और गैस क्षेत्र पर संभावित प्रतिबंधों के बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में इस संभावना का जिक्र नहीं किया।
विस्तार
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि म्यांमार में तख्तापलट से बाधित लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहाल करने के लिए देश के सैन्य नेताओं पर दबाव बनाने के मकसद से बाइडन प्रशासन देश पर कड़े नए प्रतिबंध लगाने को तैयार है। उन्होंने कहा, 10 महीनों में म्यांमार के हालात बदतर हो गए हैं। इस दौरान यहां व्यापक पैमाने पर गिरफ्तारियां और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा हुई है।
रोहिंग्या आबादी के खिलाफ दमन को नरसंहार के तौर पर देख रहा बाइडन प्रशासन
उन्होंने कहा कि प्रशासन म्यांमार की रोहिंग्या मुस्लिम आबादी के खिलाफ चल रहे दमन को ‘नरसंहार’ के तौर पर देख रहा है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि आने वाले हफ्तों और महीनों में यह देखना बहुत अहम होगा कि हम व्यक्तिगत रूप से, सामूहिक रूप से देश को लोकतांत्रिक रास्ते पर वापस लाने के उद्देश्य से सैन्य शासन पर दबाव बनाने के वास्ते क्या और अतिरिक्त कदम उठा सकते हैं।
ब्लिंकन ने बुधवार को मलेशिया में यह टिप्पणी की। वे दक्षिण पूर्व एशिया की तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मलेशिया दौरे पर हैं। ब्लिंकन से विशेष रूप से म्यांमार में सरकार द्वारा संचालित तेल और गैस क्षेत्र पर संभावित प्रतिबंधों के बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में इस संभावना का जिक्र नहीं किया।
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