वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Published by: प्रशांत कुमार झा
Updated Fri, 10 Dec 2021 07:52 AM IST
सार
अमेरिका के बाद ब्रिटेन की एक ट्रिब्यूनल ने खुलासा किया है कि चीन अपने पश्चिमी प्रांत में अल्पसंख्यक समुदायों और उइगर मुसलमानों का शोषण कर रहा है। ट्रिब्यूनल के पैनल ने साफ कहा कि शिनजियांग इलाके में उइगरों को साजिशन खत्म किए जाने के लिए उनकी आबादी रोकने की कोशिशों के सबूत मिले हैं।
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विस्तार
चीन के शिंजियांग प्रांत में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा उइगरों और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों पर अत्याचार का मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है। अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन के एक ट्रिब्यूनल ने दावा किया है कि चीनी सरकार इस प्रांत में जबरन जन्म पर पाबंदी लगा रही है, जो एक प्रकार का नरसंहार है। चीनी सरकार ने पश्चिमी प्रांत शिंजियांग में नरसंहार, अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार और मानवता के खिलाफ अपराध किया है। ट्रिब्यूनल के पैनल ने साफ कहा कि शिंजियांग प्रांत में उइगरों को साजिशन खत्म करने के लिए उनकी आबादी पर हमला किया जा रहा है और जनसंख्या रोकने की कोशिशों के सबूत मिले हैं।
लंदन स्थित नागरिक स्वतंत्रता के अधिकारों के लिए बने उइगर ट्रिब्यूनल ने यह खुलासा किया है। एक मामले में फैसला देते हुए ट्रिब्यूनल ने इसे उइगर समेत मुसलमानों के दूसरे समुदाय के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध करार दिया है और चीन को दोषी ठहराया है।