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बीटिंग रिट्रीट A To Z: राजपथ पर गूंजेगा 'ऐ मेरे वतन के लोगों', 'सारे जहां से अच्छा' गाते हुए बैरकों में वापस जाएगी भारतीय सेना, सुनाई देंगी ये 26 धुनें

सार

बीटिंग रिट्रीट समारोह में 44 बिगुल वादक, 16 तुरही बजाने वाले और 75 ढोल वादक भाग लेंगे। यह आयोजन एक ऐसी परंपरा का हिस्सा है जिसमें सेना की वापसी पर बैंड धुनें बजाई जाती है। 

विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह
– फोटो : twitter.com/HQ_IDS_India

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गणतंत्र दिवस समारोह के अंतर्गत 29 जनवरी की शाम को होने वाली ‘बीटिंग द रिट्रीट’ सेरेमनी इस बार खास होगी। इस विशेष समारोह में सेना की ओर से 26 धुनों को बजाया जाएगा। हालांकि, 1950 से बजने वाली ‘अबाइड विद मी’ धुन इस समारोह का हिस्सा नहीं होगी। सेना की ओर से जारी की गई सूची में इस धुन को शामिल नहीं किया गया है, लेकिन भारतीय सेना की टुकड़ियां इस बार जिन 26 धुनों को बजाते हुए मार्चपास्ट करेंगी, वह हर किसी भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर देगा। 

क्यों अहम है बीटिंग द रिट्रीट
गणतंत्र दिवस समारोह के अंतर्गत ‘बीटिंग द रिट्रीट’ सेरेमनी एक अहम हिस्सा है। 29 जनवरी की शाम को हर साल होने वाली यह बीटिंग रिट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह के समापन का प्रतीक है। तीनों सेनाएं इस खास मौके पर विशेष धुनें बजाकर राष्ट्रपति से अपनी बैरकों में वापस जाने के लिए आधिकारिक अनुमति मांगती हैं। पारंपरिक धुनों के साथ मार्चपास्ट करती सेनाएं गणतंत्र दिवस समारोह के समापन की घोषणा भी करती हैं। 

क्यों चर्चा में है इस बार की बीटिंग रिट्रीट
1950 से अब तक गणतंत्र दिवस का समापन स्कॉटिश कवि हैनरी लाइट के द्वारा लिखे गए ‘अबाइड विद मी’ की धुन को बजाकर किया जाता था। कथित तौर पर यह महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन भी है। हालांकि, इस बार यह धुन बीटिंग रिट्रीट का हिस्सा नहीं होगी। भारतीय सेना की ओर से जारी की गई सूची में इस धुन को स्थान नहीं मिला है। इससे पहले 2020 में भी इसे शामिल नहीं किया गया था, लेकिन विवाद के बाद 2021 की बीटिंग रिट्रीट में इस धुन को बजाया गया। एक बार फिर यह धुन समापन समारोह में नहीं सुनाई देगी। 

‘सारे जहां से अच्छा’ से होगा गणतंत्र दिवस समारोह का समापन 
गणतंत्र दिवस के बीटिंग रिट्रीट के लिए जारी की गई सूची में पहली धुन बिगुल पर फैनफेयर गीत की होगी। इस समारोह में  हे कांचा, चन्ना बिलौरी, जय जन्म भूमि, नृत्य सरिता, विजय जोश, केशरिया बन्ना, वीर सियाचीन, हाथरोई, विजय घोष, लड़ाकू, स्वदेशी’, अमर चैतन्न, गोल्डन ऐरो, स्वर्ण जयंती, वीर सैनिक, यश्स्वी, जय भारतीय, करेला, सिकि-अ- मोल, हिंद की सेना, कदम-कदम बढ़ाए जा, ऐ मेरे वतन के लोगों को शामिल किया गया है। 

कौन-कौन बजाएगा धुन
समापन समारोह में मास बैंड वीर सैनिक गीत और पाइप्स एंड ड्रम्स बैंड 6 धुन बजाएंगे। एयरफोर्स का बैंड 4 धुन प्ले करेगा। इसमें फ्लाइट लेफ्टिनेंट एल एस रूपाचंद्रन की तरफ से खास लड़ाकू धुन भी शामिल होगी। नेवी का बैंड 4 धुनें बजाएगा। आर्मी मिलिट्री बैंड- केरल, सिकी ए मोल और हिंद की सेना नाम से 3 धुनें बजाएगा।  मास बैंड 3 और धुनें कदम-कदम बढ़ाए जा, ड्रमर्स कॉल और ऐ मेरे वतन के लोगों की प्रस्तुति देगा।

विस्तार

गणतंत्र दिवस समारोह के अंतर्गत 29 जनवरी की शाम को होने वाली ‘बीटिंग द रिट्रीट’ सेरेमनी इस बार खास होगी। इस विशेष समारोह में सेना की ओर से 26 धुनों को बजाया जाएगा। हालांकि, 1950 से बजने वाली ‘अबाइड विद मी’ धुन इस समारोह का हिस्सा नहीं होगी। सेना की ओर से जारी की गई सूची में इस धुन को शामिल नहीं किया गया है, लेकिन भारतीय सेना की टुकड़ियां इस बार जिन 26 धुनों को बजाते हुए मार्चपास्ट करेंगी, वह हर किसी भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर देगा। 

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