ढाका, एएनआई
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Wed, 15 Dec 2021 10:20 PM IST
सार
गुरुवार को राष्ट्रपति कोविंद व प्रथम महिला सविता कोविंद ढाका में आयोजित नेशनल परेड में शामिल होंगे। भारत की तीनों सेना की 122 सदस्यीय टीम भी परेड में हिस्सा लेगी।
राष्ट्रपति कोविंद बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के साथ चर्चारत
– फोटो : ANI
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विस्तार
राष्ट्रपति कोविंद पत्नी सविता कोविंद और बेटी स्वाति के साथ एयर इंडिया वन की विशेष उड़ान से ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। इसके तत्काल बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हमीद ने अपनी पत्नी रशीदा खानम के साथ उनकी अगवानी की। इसके बाद बांग्लादेश की सेना के जवानों ने हवाई अड्डे पर ही राष्ट्रपति कोविंद को गार्ड आफ आनर दिया।
भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि गुरुवार को राष्ट्रपति कोविंद व प्रथम महिला सविता कोविंद ढाका में आयोजित नेशनल परेड में शामिल होंगे। भारत की तीनों सेना की 122 सदस्यीय टीम भी परेड में हिस्सा लेगी। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से ढाका में मुलाकात की और दोनों नेताओं ने आपसी हित एवं द्विपक्षीय सहयोग के कई मामलों पर चर्चा की।
राष्ट्रपति कोविंद 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश को आजादी मिलने के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति हामिद के निमंत्रण पर अपनी पहली तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर यहां आए हैं। बांग्लादेश को पाकिस्तान से अलग होकर एक देश के रूप में स्थापित हुए 50 साल हो गए। 1971 की पाकिस्तान के साथ हुई जंग में बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने में भारत ने अहम भूमिका निभाई थी।
विदेश सचिव श्रृंगला ने कहा कि दोनों नेताओं ने बंगबंधु और 1971 की जंग की विरासत को संयुक्त रूप से सहेजे रखने, दोनों देशों के बीच दोस्ताना व बहुआयामी संबंधों को कायम रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश पाइपलाइन का काम प्रगति पर है। अगले साल तक हम इसका उद्धाटन करने की स्थिति में होंगे।
रोहिंग्या मामले में श्रृंगला ने यह कहा
रोहिंग्या मुद्दे पर विदेश सचिव श्रृंगला ने कहा कि हमने हमेशा म्यांमार के रखाइन राज्य में विस्थापित लोगों की स्थायी और त्वरित वापसी का आह्वान किया है। हमने इस मुद्दे को हल करने के लिए हमेशा बांग्लादेश और म्यांमार के साथ काम किया है।
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#WATCH | “We have always called for the sustainable & speedy return of displaced persons to Rakhine state of Myanmar. We have always worked with Bangladesh & Myanmar to resolve this issue,” says FS Harsh Vardhan Shrigla, in Dhaka, on the Rohingya issue pic.twitter.com/cCVLaaG1DK
— ANI (@ANI) December 15, 2021
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