वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Tue, 14 Dec 2021 08:43 AM IST
सार
स्पाईवेयर फर्म NSO ग्रुप लिमिटेड कर्ज के बोझ तले दबती ही जा रही है। ऐसे में कंपनी अपने विवादित पेगासस को बंद करने या फिर बेचने के लिए कई निवेशकों से बातचीत कर रही है।
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विस्तार
दो अमेरिकी फंड भी शामिल
स्पाईवेयर फंड जिन लोगों से बात कर रही है, उसमें दो अमेरिकी फंड भी शामिल हैं। दोनों फंड पेगासस को बंद करने और कंट्रोल में लेने पर बात कर रहे हैं। वहीं पेगासस की जानकारी को साइबर रूप से सुरक्षित रखने के लिए इस्राइली ड्रोन तकनीक विकसित करने पर 200 मिलियन के निवेश पर भी चर्चा हो रही है।
एनएसओ ग्रुप पर अमेरिकी दबाव
विवादों में घिरने के बाद एनएसओ ग्रुप पर अमेरिकी प्रतिबंधों का दबाव बढ़ता ही जा रहा है। कंपनी को करीब 450 मिलियन डॉलर का कर्ज चुकाने की जरूरत है। कंपनी को करीब एक बिलियन डॉलर का कर्ज दिया गया था। 300 मिलियन डॉलर से ज्यादा का ऋण कंपनी को 2019 में दिया गया था।
पेगासस के बाद छोटी कंपनी बन जाएगी एनएसओ
पेगासस के बंद होने के बाद इस्राइल की स्पाईवेयर फर्म एनएसओ ग्रुप बहुत ही छोटी कंपनी बन जाएगी। कंपनी को इस साल 230 मिलियन डॉलर की बिक्री करने की उम्मीद है, जो 2018 की तुलना में आठ प्रतिशत तक कम है।
भारत-अमेरिका में हुई थी जासूसी
पेगासस तब विवादों में आया था, जब एक रिपोर्ट में सामने आया कि कंपनी ने कई राजनीतिक लोगों, पत्रकारों व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का फोन हैक करके उनका डेटा सरकारों को बेचा है। यह सिर्फ भारत ही नहीं अमेरिका व अन्य बड़े देशों में भी होने का आरोप है। हाल ही में पेगासस पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के 11 अधिकारियों के फोन हैक करने के आरोप लगे थे, इसके बाद नवंबर में अमेरिका ने एनएसओ को ब्लैक लिस्टेड कर दिया था।