सार
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिगड़ती कानून और व्यवस्था की स्थिति देश के अधिकांश शहरों की समस्या है और यह कराची तक सीमित नहीं है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने इमरान सरकार के शासनकाल पर हमला बोला और पाकिस्तान के तमाम शहरों की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कराची में सड़क अपराधों में वृद्धि का कारण देश की आर्थिक स्थिति है।
उन्होंने एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर कहा कि आर्थिक परिस्थितियों के कारण लोग ऐसे अपराधों का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बिगड़ती कानून और व्यवस्था की स्थिति देश के अधिकांश शहरों की समस्या है और यह कराची तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि कराची को अधिक ध्यान आकर्षित करने का एकमात्र कारण यह है कि यह एक प्रमुख शहर है।
एक अखबार कि रिपोर्ट में कहा गया है कि सड़क पर अपराध बढ़ने का एक कारण बिल्कुल स्पष्ट है कि यह वर्तमान समय में पाकिस्तान की वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। लेकिन हमारी जिम्मेदारी है और हम इसे ठीक करेंगे। साथ ही उन्होंने सिंध के शैक्षणिक संस्थानों में हाल के उत्पीड़न के मामलों को भी बात की और कहा कि ये मामले दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
उल्लेखनीय है कि इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के तहत घरेलू मुद्रास्फीति दरों में वृद्धि और बाहरी ऋण बढ़ने के साथ पाकिस्तान का आर्थिक संघर्ष बढ़ना शुरू हो गया है। विश्लेषकों का मानना है कि हालांकि इमरान खान को आर्थिक गड़बड़ी विरासत में मिली है और कोरोना महामारी ने भी कोई मदद नहीं की है।
विस्तार
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने इमरान सरकार के शासनकाल पर हमला बोला और पाकिस्तान के तमाम शहरों की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कराची में सड़क अपराधों में वृद्धि का कारण देश की आर्थिक स्थिति है।
उन्होंने एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर कहा कि आर्थिक परिस्थितियों के कारण लोग ऐसे अपराधों का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बिगड़ती कानून और व्यवस्था की स्थिति देश के अधिकांश शहरों की समस्या है और यह कराची तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि कराची को अधिक ध्यान आकर्षित करने का एकमात्र कारण यह है कि यह एक प्रमुख शहर है।
एक अखबार कि रिपोर्ट में कहा गया है कि सड़क पर अपराध बढ़ने का एक कारण बिल्कुल स्पष्ट है कि यह वर्तमान समय में पाकिस्तान की वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। लेकिन हमारी जिम्मेदारी है और हम इसे ठीक करेंगे। साथ ही उन्होंने सिंध के शैक्षणिक संस्थानों में हाल के उत्पीड़न के मामलों को भी बात की और कहा कि ये मामले दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
उल्लेखनीय है कि इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के तहत घरेलू मुद्रास्फीति दरों में वृद्धि और बाहरी ऋण बढ़ने के साथ पाकिस्तान का आर्थिक संघर्ष बढ़ना शुरू हो गया है। विश्लेषकों का मानना है कि हालांकि इमरान खान को आर्थिक गड़बड़ी विरासत में मिली है और कोरोना महामारी ने भी कोई मदद नहीं की है।
Source link
Share this:
-
Click to share on Facebook (Opens in new window)
-
Like this:
Like Loading...