वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, रावलपिंडी
Published by: देव कश्यप
Updated Fri, 11 Mar 2022 12:51 AM IST
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पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तेखार ने कहा कि यह फ्लाइंग ऑब्जेक्ट भारत की ओर से लॉन्च हुआ और नीचे गिरने से पहले करीब तीन मिनट हवा में रहा। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान में गिरने से पहले इसने करीब 260 किलोमीटर की दूरी तय की। पाकिस्तानी मीडिया इस ऑब्जेक्ट को मिसाइल बता रही है।
रावलपिंडी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तेखार ने कहा कि पाकिस्तान ने इस घटना की कड़ी निंदा की और भारत से स्पष्टीकरण मांगा है।
इफ्तेखान ने गुरुवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि “शाम 6:43 बजे (बुधवार को) पाकिस्तान एयरफोर्स के एयर डिफेंस ऑपरेशन सेंटर द्वारा भारतीय क्षेत्र के अंदर हाई-स्पीड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को उड़ते देखा गया। अपने प्रारंभिक उड़ान के बाद वह ऑब्जेक्ट अचानक पाकिस्तानी क्षेत्र की ओर बढ़ गया और पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और अंततः शाम 6:50 बजे मियां चन्नू के पास गिर गया।” उन्होंने कहा कि इस प्रक्षेप्य के गिरने की वजह से नागरिक संपत्ति को कुछ नुकसान पहुंचा है, लेकिन किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) ने फ्लाइंग ऑब्जेक्ट के पूरे उड़ान पथ की निगरानी की है। पीएएफ के अनुसार, यह फ्लाइंग ऑब्जेक्ट भारत के सिरसा (हरियाणा) के पास से उड़ान शुरू किया था और इसका अंतिम बिंदु पाकिस्तान के मियां चन्नू के पास था।
उन्होंने आगे कहा कि पीएएफ ने मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार यह एक प्रयोजीत सामरिक कार्रवाई की शुरुआत है। इस फ्लाइंग ऑब्जेक्ट के उड़ान पथ ने भारतीय और पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू यात्री उड़ानों के साथ-साथ जमीन पर मानव जीवन और संपत्ति दोनों को खतरे में डाल दिया।
DG ISPR Press Conference – 10 March 2022 https://t.co/W5HTbFll3V
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