न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Tue, 25 Jan 2022 12:18 PM IST
सार
मात्र तीन साल की उम्र में धृतिश्मान चक्रवर्ती सबसे छोटा बहुभाषायी गायक बनकर उभरा था। उसका यह रिकॉर्ड इंडिया बुक आफ रेकॉर्ड्स में दर्ज है। वह ड्रम बजाने का भी शौकीन है।
पांच साल का संगीत उस्ताद धृतिश्मान चक्रवर्ती
– फोटो : social media
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विस्तार
मात्र तीन साल का धृतिश्मान का गायन बड़े व दिग्गजों को भी चुनौतीपूर्ण लग सकता है। असम के नजीरा शहर की ओएनजीसी कॉलोनी में रहने वाले चक्रवर्ती परिवार का यह बालक आधा दर्जन से अधिक भाषाओं में गा सकता है। मात्र तीन साल की उम्र में वह सबसे छोटा बहुभाषायी गायक बनकर उभरा था। उसका यह रिकॉर्ड इंडिया बुक आफ रेकॉर्ड्स में दर्ज है। वह ड्रम बजाने का भी शौकीन है।
ब्लॉकचेन तकनीक से दिया गया पुरस्कार
सोमवार को असम के शिवसागर जिले में आयोजित कार्यक्रम में धृतिश्मान को सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा बालक के पिता देबोजीत व मां सोनम चक्रवर्ती भी मौजूद थे। नन्हे संगीत उस्ताद को पुरस्कार ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी से प्रदान किया गया जबकि पुरस्कार राशि उसके खाते में हस्तांतरित की गई।
पीएम मोदी ने बाल विजेताओं से की वर्चुअली बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष के पीएमआरबीपी पुरस्कार विजेता बच्चों से वर्चुअल तरीके से बात की। उन्होंने इन विजेताओं को वर्चुअल तरीके से प्रमाण पत्र प्रदान किए। कोविड-19 के खतरों को देखते हुए समारोह वर्चुअल तरीके से आयोजित किया गया।
इस साल 29 बच्चों को इस पुरस्कार से नवाजा गया है। इनमें 14 लड़कियां हैं। पुरस्कार छह क्षेत्रों, इनोवेशन, स्कूली उपलब्धियों, खेल, कला व संस्कृति, समाज सेवा व बहादुरी के लिए दिए गए। प्रत्येक विजेता को पदक, 1 लाख रुपये की नकद राशि व एक प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।