वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Tue, 08 Mar 2022 09:56 AM IST
सार
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वाशिंगटन और यूरोपीय सहयोगी देश रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। उनके इस बयान के बाद सोमवार को तेल की कीमतें 2008 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं।
पेट्रोल-डीजल के दाम
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
यूक्रेन पर हमले से गुस्साए अमेरिका व यूरोपीय देश रूस से तेल के आयात पर पाबंदियां लगाने पर विचार कर हैं। इसे लेकर रूस ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसा हुआ तो कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) के दाम 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगे। इसका मतलब कि भारत समेत दुनियाभर में पेट्रोल के दाम दोगुने से ज्यादा बढ़ जाएंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वाशिंगटन और यूरोपीय सहयोगी देश रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। उनके इस बयान के बाद सोमवार को तेल की कीमतें 2008 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। यह क्रूड ऑयल का 14 सालों का उच्चतम स्तर है।
इसके बाद रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने चेताया कि यूक्रेन मामले को लेकर यदि रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाए गए तो विश्व तेल बाजार पर विनाशकारी असर पड़ेगा। कच्चे तेल के दामों में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी होगी। कच्चे तेल के दाम में 300 डॉलर प्रति बैरल तक की बढ़ोतरी हो सकती है। नोवाक का यह बयान रूसी समाचार एजेंसियों ने जारी किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि यूरोप के बाजार में रूसी तेल का विकल्प तेजी से तैयार करना असंभव है। रूस-जर्मनी गैस पाइपलाइन के बंद होने का भी सामना करना पड़ सकता है।
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