सार
सिब्बल ने व्यंग्य करते हुए कहा, ‘यह हास्यास्पद है कि कांग्रेस को गुलाम नबी आजाद की सेवाओं की जरूरत नहीं है, जबकि देश उनके योगदान का सम्मान कर रहा है।’
कपिल सिब्बल- गुलाम नबी आजाद
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सिब्बल ने व्यंग्य करते हुए कहा, ‘यह विडंबनापूर्ण है कि कांग्रेस को गुलाम नबी आजाद की सेवाओं की जरूरत नहीं है, जबकि देश उनके योगदान का सम्मान कर रहा है।’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘गुलाम नबी आजाद पदम भूषण से सम्मानित। बधाई भाईजान। विडंबना यह है कि कांग्रेस को उनकी सेवाओं की आवश्यकता नहीं है, लेकिन देश सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान का सम्मान कर रहा है।’
सिब्बल व आजाद कांग्रेस के उस ग्रुप 23 के सदस्य रहे हैं, जो पार्टी में आमूल-चुल बदलाव का हिमायती रहा है। हालांकि पार्टी में अब यह समूह सक्रिय नहीं है। इस समूह की मांगों के अनुरूप न तो पार्टी में बदलाव हुए हैं और न ही पार्टी नेतृत्व में बदलाव व अध्यक्ष पद के लिए खुले चुनाव। पार्टी अब भी पुराने ढर्रे पर चल रही है और एक-एक कर नेता पार्टी से खिसकते जा रहे हैं।
जयराम रमेश ने आजाद पर किया तंज
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आजाद पर परोक्ष तंज किया था। रमेश ने बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य द्वारा पद्म भूषण सम्मान ठुकराने पर कहा था कि ‘सही फैसला किया, वह आजाद रहना चाहते हैं न कि गुलाम।’
पीएम मोदी ने संसद में की थी सराहना
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की पीएम मोदी ने राज्यसभा से विदाई के वक्त खूब सराहना की थी। इसके बाद से आजाद के भाजपा में जाने की अटकलें लगने लगी थीं, हालांकि अब तक वैसा कुछ नहीं हुआ है।
राजनीति में आगे क्या होगा कुछ नहीं कह सकता : आजाद
हाल ही में आजाद ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था, ‘राजनीति में आगे क्या होगा यह कोई नहीं कह सकता। जैसे कोई नहीं जानता कि उसकी मृत्यु कब होगी। राजनीति में आगे क्या होगा इसकी भविष्यवाणी भी कोई नहीं कर सकता, लेकिन अलग पार्टी बनाने का मेरा कोई इरादा नहीं है।’