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भारतीय सिनेमा में गुरु दत्त बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने फिल्म निर्माण से लेकर निर्देशन, कोरियोग्राफी और एक्टिंग तक में अपना लोहा मनवाया। उनकी और वहीदा रहमान की लव स्टोरी भी खूब चर्चा में रही…
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भारतीय सिनेमा में गुरु दत्त बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने फिल्म निर्माण से लेकर निर्देशन, कोरियोग्राफी और एक्टिंग तक में अपना लोहा मनवाया। उनकी और वहीदा रहमान की लव स्टोरी भी खूब चर्चा में रही…
फिल्म ‘हम किसी से कम नहीं’ का वो चॉकलेटी हीरो तो आपको याद ही होगा जिसने हाथ में गिटार पकड़कर कहा था, ‘क्या हुआ तेरा वादा’ । ये फिल्म 70 के दशक में काफी पॉपुलर हुई थी । फिल्म के इस हीरो को भी दर्शकों ने खूब सराहा था लेकिन शायद आपको इनका नाम नहीं मालूम होगा । इस हीरो का नाम है तारिक हुसैन खान । जिन्हें तारिक खान के नाम से भी जाना जाता है ।
स्मिता पाटिल ने हिंदी सिनेमा जगत में भले ही कम समय के लिए काम किया, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत से हिंदी सिनेमा में अपनी एक अलग छवि बनाई, जिसके बाद वो एक स्टार के रूप में उभरीं। स्मिता पाटिल ने करियर की शुरुआत फिल्म ‘चरणदास चोर’ से 1975 में की थी। फिल्मों में बोल्ड सीन देने में संकोच ना करने वाली स्मिता पाटिल असल जिंदगी में बेहद ही शांत महिला थीं। स्मिता पाटिल का चेहरा सामने आते ही कई किस्से बयां हो जाते थे।
दोस्तों फिल्म जगत में पर्दे पर कई जोड़ियां ऐसी भी नजर आईं जो बाद में रियल लाइफ की जोड़ी बन गईं…कुछ का प्यार हुआ लेकिन अपनी मंजिल तक नहीं पहुंचा…कुछ शादीशुदा अभिनेताओं का दिल भी अपनी हीरोइन पर आ गया…ऐसा ही हुआ था अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री वैजयंती माला के साथ…उन्हें एक शादीशुदा एक्टर से प्यार हुआ जिसकी वजह से उस एक्टर की पत्नी घर छोड़कर चली गई…. बड़े परदे की मशहूर अदाकारा वैजयंती माला को ‘ट्विंकल टोज’ के नाम से भी जाना जाता रहा है। उन्होंने करीब 2 दशकों तक हिंदी सिनेमा पर राज किया।
दुर्गा खोटे बॉलीवुड की उन हस्तियों में से एक थीं जिन्होंने हिन्दी सिनेमा में महिलाओं के लिए नए आयाम बनाए। वो दौर था जब बॉलीवुड में एक्ट्रेस का कोई स्थान नहीं था। महिलाओं का किरदार भी पुरुष ही निभाया करते थे। ऐसे दौर में दुर्गा खोटे ने फिल्मों में एंट्री की और हीरोइन के तौर पर अपनी पहचान बनाई।
एक दौर था जब फिल्मों में हास्य अभिनेता)की जगह हीरो के बराबर समझी जाती थी…जहां फिल्म कमजोर पड़ती, वहीं ये अपना जलवा बिखेरना शुरु कर देते थे…कई फिल्में तो सिर्फ इन्हीं की वजह से चलती थीं…पर्दे पर इनकी एंट्री होते ही दर्शक तालियां पीटना शुरू कर देते थे, लेकिन वक्त से साथ फिल्मों से इनका रोल खत्म होता गया… ऐसे ही एक कॉमेडियन थे जगदीप…
दोस्तों हिंदी सिनेमा में कई कलाकार थे और हैं जिन्होंने कभी एक्टिंग के बारे में नहीं सोचा था…लेकिन किस्मत उन्हें सिल्वर स्क्रीन तक ले आई…ऐसी ही एक कलाकार थे जयंत…जयंत को शायद आप ऐसे न पहचाने लेकिन अगर ये कहा जाए कि जयंत अमजद खान के पिता थे तो शायद उनकी तस्वीर आपको याद आ जाए….जयंत की पहचान एक अच्छे अभिनेता के रूप में बनी और उन्होंने लगभग 150 फिल्मों में अभिनय किया।
आज हम बात करेंगे अपने जमाने के मशहूर अभिनेता टॉम ऑल्टर की….जी हां….अंग्रेजी-स्कॉटिश वंश के अमेरिकी ईसाई मिशनरियों के पुत्र भारत में जन्मे और भारत की मिट्टी में पले टॉम ऑल्टर ने हिंदी सिनेमा में खूब नाम कमाया। टॉम 18 साल की उम्र में अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी गए पढ़ने, लेकिन मन नहीं लगा और पढ़ाई बीच में छोड़कर ही वापस चले आए।
आज हम जो बड़े-बड़े स्टार देखते हैं वो ऐसे ही स्टार नहीं बन गए…फर्श से अर्श तक पहुंचने में इनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष शामिल होता है…ऐसे ही सितारों में से एक हैं मिथुन चक्रवर्ती….एक वक्त पर आकर मिथुन चक्रवर्ती ने बेशक खूब नाम और स्टारडम कमाया लेकिन कभी उन्होंने वो दिन भी देखे थे जब उन्हें इस बात की चिंता रहती थी कि क्या वो खाना भी खा पाएंगे या नहीं…
दोस्तों आज मैं बात करूंगा एक विदेशी बॉलीवुड कलाकार और परवीन बाबी की प्रेम कहानी की…आपने मिस्टर इंडिया फिल्म तो देखी ही होगी…इस फिल्म का एक सीन आपको याद होगा, जिसमें भगवान हनुमान की मूर्ति गुंडों की पिटाई करती है। इस दौरान एक अंग्रेज बजरंग बली का जयकारा लगा रहा होता है। ये बॉब क्रिस्टो थे।
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