Business

खंडन: नहीं बिकने जा रही एमडीएच लिमिटेड, कंपनी ने किया हिंदुस्तान यूनिलीवर को बेचे जाने की खबरों का खंडन

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Wed, 23 Mar 2022 06:07 PM IST

सार

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि मसालों की दुनिया के शहंशाह कहे जाने वाले दिवंगत धर्मपाल गुलाटी की एमडीएच  MDH मसाला कंपनी बिकने की कगार पर पहुंच गई है। रिपोर्ट की मानें तो इसे बेचने की तैयारी की जा रही है और इसे खरीदने की दौड़ में सबसे आगे हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) है।

ख़बर सुनें

महाशय धर्मपाल सिंह गुलाटी की कंपनी MDH लिमिटेड को बेचे जाने की खबरों का खंडन किया है। इससे पहले चर्चा शुरू हुई थी कि हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) मसालों की इस अग्रणी कंपनी को खरीदने के मामले में सबसे आगे हैं। MDH ने ट्विटर के जरिए ऐसी खबरों का खंडन किया है। कंपनी के मुताबिक, ऐसी खबरों में कोई दम नहीं है। निवेशक अफवाह पर गौर नहीं करना चाहिए।

इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि मसालों की दुनिया के शहंशाह कहे जाने वाले दिवंगत धर्मपाल गुलाटी की एमडीएच  MDH मसाला कंपनी बिकने की कगार पर पहुंच गई है। रिपोर्ट की मानें तो इसे बेचने की तैयारी की जा रही है और इसे खरीदने की दौड़ में सबसे आगे हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) है। मंगलवार को इस डील की खबर सामने आने के बाद एचयूएल के शेयर तेजी के साथ 2055 रुपये के स्तर पर खुले थे।

हिस्सेदारी खरीद सकती है एचयूएल
एक रिपोर्ट में कहा गया था कि हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड एमडीएच मसाले बनाने वाली कंपनी महाशियान दी हट्टी में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एमडीएच और एचयूएल के बीच यह डील 10 से 15 हजार करोड़ रुपये के बीच हो सकती है। इसमें कहा गया कि देश में ब्रांडेड मसालों का बाजार बेहद बड़ा है और अनुमान के मुताबिक 2025 तक यह दोगुना होकर 50,000 करोड़ हो जाएगा।

महाशय धर्मपाल गुलाटी ने बनाया ब्रांड 
27 मार्च 1923 को पाकिस्तान के सियालकोट में जन्मे महाशय धर्मपाल गुलाटी ने एमडीएच मसाला कंपनी की शुरुआत एक छोटा सा खोखा लगाकर महाशियां दी हट्टी के नाम से की थी। इसके बाद उनके मसालों लोगों को इतने रास आए कि ये एमडीएच बहुत बड़ा ब्रांड बन गया। गौरतलब है कि तीन दिसंबर 2020 को धर्मपाल गुलाटी का निधन हो गया था।

विस्तार

महाशय धर्मपाल सिंह गुलाटी की कंपनी MDH लिमिटेड को बेचे जाने की खबरों का खंडन किया है। इससे पहले चर्चा शुरू हुई थी कि हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) मसालों की इस अग्रणी कंपनी को खरीदने के मामले में सबसे आगे हैं। MDH ने ट्विटर के जरिए ऐसी खबरों का खंडन किया है। कंपनी के मुताबिक, ऐसी खबरों में कोई दम नहीं है। निवेशक अफवाह पर गौर नहीं करना चाहिए।

इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि मसालों की दुनिया के शहंशाह कहे जाने वाले दिवंगत धर्मपाल गुलाटी की एमडीएच  MDH मसाला कंपनी बिकने की कगार पर पहुंच गई है। रिपोर्ट की मानें तो इसे बेचने की तैयारी की जा रही है और इसे खरीदने की दौड़ में सबसे आगे हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) है। मंगलवार को इस डील की खबर सामने आने के बाद एचयूएल के शेयर तेजी के साथ 2055 रुपये के स्तर पर खुले थे।

हिस्सेदारी खरीद सकती है एचयूएल

एक रिपोर्ट में कहा गया था कि हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड एमडीएच मसाले बनाने वाली कंपनी महाशियान दी हट्टी में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एमडीएच और एचयूएल के बीच यह डील 10 से 15 हजार करोड़ रुपये के बीच हो सकती है। इसमें कहा गया कि देश में ब्रांडेड मसालों का बाजार बेहद बड़ा है और अनुमान के मुताबिक 2025 तक यह दोगुना होकर 50,000 करोड़ हो जाएगा।

महाशय धर्मपाल गुलाटी ने बनाया ब्रांड 

27 मार्च 1923 को पाकिस्तान के सियालकोट में जन्मे महाशय धर्मपाल गुलाटी ने एमडीएच मसाला कंपनी की शुरुआत एक छोटा सा खोखा लगाकर महाशियां दी हट्टी के नाम से की थी। इसके बाद उनके मसालों लोगों को इतने रास आए कि ये एमडीएच बहुत बड़ा ब्रांड बन गया। गौरतलब है कि तीन दिसंबर 2020 को धर्मपाल गुलाटी का निधन हो गया था।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

सराहना: दुनियाभर में काम के तरीकों में बदलाव ला रहे भारतीय स्टार्टअप, महिलाएं भी पीछे नहीं सराहना: दुनियाभर में काम के तरीकों में बदलाव ला रहे भारतीय स्टार्टअप, महिलाएं भी पीछे नहीं
10
Business

सराहना: दुनियाभर में काम के तरीकों में बदलाव ला रहे भारतीय स्टार्टअप, महिलाएं भी पीछे नहीं

To Top
%d bloggers like this: