कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने दुष्कर्म पर भद्दी और अश्लील टिप्पणी को लेकर माफी मांगी है। रमेश कुमार ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा कि अपराध को छोटा करने का उनका इरादा नहीं था। रमेश कुमार ने ट्वीट किया “मैं अब से अपने शब्दों को ध्यान से चुनूंगा!” विधानसभा में “बलात्कार!” के बारे में की गई उदासीन और लापरवाही पूर्ण टिप्पणी के लिए सभी से खेद व्यक्त करना चाहता हूं। मेरा इरादा गलत नहीं था या जघन्य अपराध को कम करने वाला नहीं था, लेकिन यह एक ऑफ द कफ टिप्पणी थी! मैं अब से अपने शब्दों को सावधानी पूर्वक आप सभी के सामने रखूंगा।
विधानसभा में दुष्कर्म को लेकर बेहद अश्लील और भद्दी टिप्पणी की। विधानसभा में कुमार ने कहा कि एक कहावत है कि जब बलात्कार अपरिहार्य हो, तो लेट जाओ और इसका आनंद लो। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बिल्कुल उसी स्थिति में थे। कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने इस पर कार्रवाई करने की बजाय इस पर हंस दिया।
किसानों के मुद्दों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता की अभद्र टिप्पणी
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक का यह बयान तब आया जब विधायकों ने विधानसभा में किसानों की समस्याओं पर बहस के लिए अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी पर समय के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब अध्यक्ष ने सवाल किया कि अगर सभी के पास समान समय होगा तो सत्र कैसे चलेगा।
कागेरी ने हंसते हुए कहा कि मैं उस स्थिति में हूं, जहां मुझे मजा लेना है और हां-हां करना है। ठीक है। मुझे तो यही महसूस होता है। मुझे स्थिति को नियंत्रित करना छोड़ देना चाहिए और कार्यवाही व्यवस्थित तरीके से चलानी चाहिए। मुझे सबसे कहना चाहिए कि आप अपनी बात जारी रखें।
उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत केवल इतनी है कि सदन का कामकाज नहीं हो रहा है। विधायक रमेश कुमार ने इस पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि देखिए, एक कहावत है, “जब बलात्कार होना ही है, तो लेटे रहो और मजे लो। आप एकदम इसी हालत में हैं।” इस टिप्पणी की निंदा करने के बजाय विधानसभा के अन्य सदस्य ठहाके लगाने लगे।
कई बार चर्चाओं में आ चुके हैं रमेश कुमार
यह पहली बार नहीं है जब केआर रमेश कुमार ने इस तरह की भद्दी टिप्पणी की है। इससे पहले, कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने खुद की तुलना एक दुष्कर्म पीड़िता से की थी। उनकी पार्टी की महिला सदस्यों सहित विधायकों ने सत्र में विरोध किया और उनके द्वारा दिए गए बयान की निंदा की।
2019 में रमेश कुमार ने अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कहा था कि वह एक दुष्कर्म पीड़िता की तरह महसूस करते हैं। उन्होंने तब कहा था कि मेरी हालत दुष्कर्म पीड़िता जैसी है। दुष्कर्म सिर्फ एक बार हुआ था। अगर आपने इसे वहीं छोड़ दिया होता, तो यह बीत जाता। जब आप शिकायत करते हैं कि दुष्कर्म हुआ है, तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। लेकिन वकील पूछते हैं कि यह कैसे हुआ? यह कब हुआ और कितनी बार हुआ? दुष्कर्म एक बार होता है लेकिन कोर्ट में 100 बार दुष्कर्म होता है। यह मेरी हालत है।
सार
कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने कर्नाटक विधानसभा में दुष्कर्म पर अश्लील और भद्दी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब दुष्कर्म रोका नहीं जा सके तो लेटे रहो और आनंद लो। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी मांग ली।
कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार (फाइल फोटो)
– फोटो : ANI
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विस्तार
विधानसभा में दुष्कर्म को लेकर बेहद अश्लील और भद्दी टिप्पणी की। विधानसभा में कुमार ने कहा कि एक कहावत है कि जब बलात्कार अपरिहार्य हो, तो लेट जाओ और इसका आनंद लो। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बिल्कुल उसी स्थिति में थे। कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने इस पर कार्रवाई करने की बजाय इस पर हंस दिया।
किसानों के मुद्दों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता की अभद्र टिप्पणी
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक का यह बयान तब आया जब विधायकों ने विधानसभा में किसानों की समस्याओं पर बहस के लिए अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी पर समय के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब अध्यक्ष ने सवाल किया कि अगर सभी के पास समान समय होगा तो सत्र कैसे चलेगा।
कागेरी ने हंसते हुए कहा कि मैं उस स्थिति में हूं, जहां मुझे मजा लेना है और हां-हां करना है। ठीक है। मुझे तो यही महसूस होता है। मुझे स्थिति को नियंत्रित करना छोड़ देना चाहिए और कार्यवाही व्यवस्थित तरीके से चलानी चाहिए। मुझे सबसे कहना चाहिए कि आप अपनी बात जारी रखें।
उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत केवल इतनी है कि सदन का कामकाज नहीं हो रहा है। विधायक रमेश कुमार ने इस पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि देखिए, एक कहावत है, “जब बलात्कार होना ही है, तो लेटे रहो और मजे लो। आप एकदम इसी हालत में हैं।” इस टिप्पणी की निंदा करने के बजाय विधानसभा के अन्य सदस्य ठहाके लगाने लगे।
कई बार चर्चाओं में आ चुके हैं रमेश कुमार
यह पहली बार नहीं है जब केआर रमेश कुमार ने इस तरह की भद्दी टिप्पणी की है। इससे पहले, कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने खुद की तुलना एक दुष्कर्म पीड़िता से की थी। उनकी पार्टी की महिला सदस्यों सहित विधायकों ने सत्र में विरोध किया और उनके द्वारा दिए गए बयान की निंदा की।
2019 में रमेश कुमार ने अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कहा था कि वह एक दुष्कर्म पीड़िता की तरह महसूस करते हैं। उन्होंने तब कहा था कि मेरी हालत दुष्कर्म पीड़िता जैसी है। दुष्कर्म सिर्फ एक बार हुआ था। अगर आपने इसे वहीं छोड़ दिया होता, तो यह बीत जाता। जब आप शिकायत करते हैं कि दुष्कर्म हुआ है, तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। लेकिन वकील पूछते हैं कि यह कैसे हुआ? यह कब हुआ और कितनी बार हुआ? दुष्कर्म एक बार होता है लेकिन कोर्ट में 100 बार दुष्कर्म होता है। यह मेरी हालत है।
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